आपको बता दें कि महानतम बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे क्रिकेट का पहला दोहरा शतक जड़ा था। इसके बाद वीरेंद्र सहवाग ने सचिन के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए 219 रन बना डाले। इसके बाद टीम इंडिया को मिले हिट मैन रोहित शर्मा। इस धाकड़ बल्लेबाज के नाम वनडे क्रिकेट में तीन दोहरे शतक हैं। रोहित शर्मा ने क्रमश: 209, 264 तथा 208 रन की तीन पारियां खेल दीं।

इस स्टोरी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि गेंदबाज बनने की चाहत रखने वाले रोहित शर्मा आखिर कैसे विस्फोटक बल्लेबाज बन गए?बता दें कि रोहित शर्मा ने अपने करियर की शुरूआत बतौर गेंदबाज शुरू किया था। यह बात उन दिनों की है, जब रोहित शर्मा जूनियर क्रिकेट खेलते थे। साल 2005 में श्रीलंका की जूनियर टीम भारत के दौरे पर आई। 50 ओवर के मैच में रोहित शर्मा के दाएं हाथ की उंगली टूट गई।

इस चोट के साथ ही बतौर गेंदबाज रोहित शर्मा का करियर ही खत्म हो गया, क्योंकि रोहित शर्मा अब गेंद को ठीक से ग्रिप नहीं कर पा रहे थे। इसके बाद रोहित शर्मा ने बल्लेबाजी पर ध्यान देना शुरू किया।

इसके बाद आपको यह बताने की जरूर नहीं है कि रोहित शर्मा अपने बल्ले से किस तरह गेंदबाजों पर अपना कहर बरपाते हैं। रोहित शर्मा वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ने वाले दुनिया के इकलौते बल्लेबाज हैं।

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