खेल डेस्क। भारत के पहलवान रवि दहिया रजत पदक जीतने के बाद संतुष्ट दिखाई नहीं दे रहे हैं। अपने पहले ओलंपिक में फाइनल मुकाबले में हारने और स्वर्ण पदक से चूकने की निराशा उनके चेहरे पर साफ दिखाई दे रही थी और 23 वर्षीय पहलवान अब 2024 में पेरिस में होने वाले अगले ओलंपिक में अपने पदक का रंग बदलने के लिए अपना सब कुछ लगा देने के लिए तैयार है।

जिसको लेकर हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि "मैं रजत पदक से खुश हूं, लेकिन मैं स्वर्ण जीतना चाहता था। हमारे पहलवानों ने अतीत में रजत और कांस्य पदक जीते हैं और जीतने के लिए एकमात्र पदक स्वर्ण था। मैं इसे जीतना चाहता था। कुछ समय के लिए मैं दुखी था लेकिन फिर मैंने खुद से कहा कि मेरे लिए अगली बार स्वर्ण पदक ही होगा।

उन्होंने आगे कहा कि मैं यह वादा कर रहा हूं - मैं पेरिस में स्वर्ण पदक जीतूंगा। मैं सिर्फ 23 साल का हूं और मुझमें बहुत कुछ बचा है। घर जाने के बाद, मैं अपने परिवार के साथ कुछ समय बिताऊंगा और फिर अभ्यास करना शुरू कर दूंगा और अपनी दैनिक कुश्ती की दिनचर्या में वापस आ जाऊंगा। पेरिस

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