87 साल में पहली बार नहीं होगा रणजी ट्रॉफी का आयोजन, BCCI का बड़ा फैसला
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) ने घरेलू क्रिकेट पर बड़ा फैसला लेते सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के बाद विजय हजारे ट्रॉफी आयोजित करने का फैसला लिया है। इस सीजन में रणजी ट्रॉफी की जगह विजय हजारे ट्रॉफी खेली जाएगी। 87 साल में पहली बार फर्स्ट क्लास घरेलू टूर्नामेंट रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो सकेगा।
अप्रैल में आईपीएल का 14वें सीजन का आयोजन होगा। इसलिए घरेलू टूर्नामेंट के आयोजन के लिए सिर्फ दो महीने का ही समय बाकी है। इसलिए विजय हजारे ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी में से एक के होने पर विचार करना था।
बोर्ड सचिव जय शाह के मांगे गए सुझाव पर विभिन्न राज्य क्रिकेट संघों ने अपनी राय दे दी है। पीटीआई से बात करते हुए शाह ने कहा कि, ''मुझे इस बात को बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि हम इस बार विजय हजारे ट्रॉफी और अंडर-19 वीनू मांकड़ ट्रॉफी के साथ-साथ सीनियर महिला वनडे टूर्नामेंट का भी आयोजन कर रहे हैं।'' शाह ने इस दौरान बताया कि कोरोना काल में लंबे फॉर्मेट का रणजी ट्रॉफी का आयोजन करना काफी मुश्किल था। कोरोना महामारी की वजह से हमारा काफी समय बर्बाद हो चुका है।
भारत ने कोरोना काल में सैयद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट का सफलतापूर्वक आयोजन करवाया है। कोरोना काल में भारत-इंग्लैंड के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले पॉजिटिव खबर है। दोनों देशों के बीच चार मैचों की टेस्ट सीरीज के बाद, पांच मैचों की टी-20 सीरीज और तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जाएगी।