यूं ही नहीं कहा जाता सचिन को भगवान, मैदान के बाहर भी कर चुके है ये कारनामें
इंटरनेट डेस्क। दोस्तों, आज हम आपको भारतरत्न सचिन तेंदुलकर के बारें में कुछ ऐसी जानकारी देने जा रहे जिसको जानकर आप क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के और भी दीवानें हो जाओगे।
जैसा कि आप जानतें हो दौलत तो कोई भी कमा सकता है। लेकिन इज्जत और प्यार कमाना हर किसी के बस की बात नहीं है। लेकिन सचिन ने दौलत के साथ—साथ ये चीजें भी कमाई है। सचिन तेंदुलकर त्याग, समर्पण, दीवानगी, चाहत, एकाग्रता औऱ लगन का एक जीता-जागता नाम है।
भारत के पूर्व हिटमैन बल्लेबाज वीरेन्द्र सहवाग जब अपनी फार्म से जुझ रहे थे और उन्हें टीम से अंदर बाहर किया जा रहा था। तो उन्होनें 2007 में क्रिकेट से अलविदा लेने का मन बना लिया था। लेकिन भारतरत्न सचिन तेंदुलकर ने उन्हें संन्यास लेने से रोका। बाद में इस तूफानी बल्लेबाज ने 20 अक्टूबर 2015 को अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया।
सचिन तेंदुलकर को इसलिए ही महान नहीं कहा जाता है। सचिन तेंदुलकर ने रियो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने व भारत का नाम उंचा करने वाले खिलाड़ियों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए BMW कारें भेंट की। सचिन ने सिल्वर मेडलिस्ट शटलर पीवी सिंधु और ब्रोंज मेडलिस्ट पहलवान साक्षी मलिक को जिमनास्ट दीपा करमाकर और बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद को ये शानदार लग्जरी कार भेंट की थी।
क्रिकेट के भगवान को भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मिसाल के तौर पर पेश कर चुके है। मोदी ने एक बार कहा कि सचिन ने लगातार खुद से स्पर्धा की ओर अपने रिकार्ड को और बेहतर किया। यह प्रेरणादायक है। मोदी ने युवा छात्रों को आगे बढ़ने के लिए इस क्रिकेट के भगवान सचिन से प्रेरणा लेने की सलाह दी।