भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने मंगलवार (22 नवंबर) को टीम इंडिया के 'हलाल' मीट डाइट प्लान की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि बीसीसीआई की ओर से खिलाड़ियों या सपोर्ट स्टाफ को ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है। धूमल ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी अपनी पसंद के अनुसार खाने के लिए स्वतंत्र हैं।

इससे पहले, कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि बीसीसीआई ने टीम इंडिया के नए डाइट प्लान में किसी भी रूप में बीफ और पोर्क के सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया है। रिपोर्टों में उल्लेख किया गया है कि बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को केवल 'हलाल' रूप में मांस का सेवन करने के लिए कहा है।

धूमल ने हालांकि इन खबरों को खारिज करते हुए कहा कि बीसीसीआई ने तथाकथित डाइट प्लान पर चर्चा नहीं की है। उन्होंने कहा, 'बीसीसीआई ने किसी खिलाड़ी या टीम स्टाफ को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, इस बारे में कोई निर्देश नहीं दिया है। ये सभी अफवाहें निराधार हैं।"

उन्होंने कहा "डाइट प्लान पर कभी चर्चा नहीं की गई है और इसे लागू नहीं किया जाएगा। बोर्ड किसी को यह सलाह नहीं देता है कि क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए। वे अपना भोजन खुद चुनने के लिए स्वतंत्र हैं।"

कथित तौर पर बीसीसीआई के केवल 'हलाल' मांस खाने के फैसले ने सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश फैलाया था। जहां कई लोगों ने बीसीसीआई के इस कदम की आलोचना की, वहीं कुछ ने इस फैसले का समर्थन किया।

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