पाकिस्तान के फैंस को उम्मीद थी कि टीम 1992 की इमरान खान की कहानी फिर दोहराएगी । लेकिन ऐसा हुआ और इंग्लैंड ने 5 विकेट से हराकर पाकिस्तान का यह सपना तोड़ दिया। पाकिस्तान के कप्तान बाबर आजम की बात करें तो सेमीफाइनल में अर्धशतक के अलावा उनका बल्ला पूरे टूर्नामेंट में खामोश रहा। फाइनल में जरूर उन्होंने 32 रन की पारी खेली लेकिन उनकी यह पारी टीम के किसी काम नहीं आई।

हालांकि, इस बड़े फाइनल से पहले कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने यह सलाह दी थी कि शानदार लय में चल रहे मोहम्मद हारिस को ओपनिंग कराई जाए लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बाबर की इसी जिद की आलोचना पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने की है।


बाबर की जिद पहुंचा रही है पाकिस्तान को नुकसान
कनेरिया ने अपने यू ट्यूब चैनल के माध्यम से कहा कि "बाबर आजम जिद्दी हैं। ऐसा तब भी हुआ था जब वह कराची किंग्स के साथ थे। उस वक्त भी टीम मैनेजमेंट नहीं चाहता था कि वह सलामी बल्लेबाज के रूप में खेलें। लेकिन वह ओपनिंग करने पर अड़े थे क्योंकि वह मिडिल ऑर्डर में बल्लेबाजी नहीं कर सकते थे। पता नहीं बाबर मध्यक्रम में क्यों नहीं खेलना चाहता। बाबर की जिद पाकिस्तानी क्रिकेट को नुकसान पहुंचा रही है। अगर रिजवान प्रदर्शन करता है तो बाबर भी अच्छी बल्लेबाजी करता है। बाबर ने अपनी पारी की शुरुआत बेहद धीमी गति से की थी।"


कनेरिया ने की विराट की तारीफ
दानिश कनेरिया ने विराट कोहली से तुलना करते हुए कहा कि जब उनकी कप्तानी में टीम 2021 वर्ल्ड कप में हारी तो उन्होंने काफी आलोचना झेली, उनकी कप्तानी भी चली गई। कई लोगों ने तो उनके टीम में होने पर भी सवाल खड़ा किया लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने अपने नए कप्तान को पूरी तरह से सपोर्ट किया।

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