हेडिंग्ले में चल रहे तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन टीम इंडिया के गेंदबाजों के लिए थकान भरा दिन रहा। इंग्लैंड किए जो रूट ने इस दौरान अपना तीसरा शतक बनाया। मेजबान टीम के पास फिलहाल पहली पारी में 345 रन की बड़ी बढ़त है और उसके दो विकेट अभी बाकी हैं। दिन के खेल के दौरान, भारत के विकेटकीपर ऋषभ पंत और कप्तान विराट कोहली को दोनों मैदानी अंपायरों के साथ बातचीत करते देखा गया।

तीसरा सत्र शुरू होने से पहले मैच अधिकारियों एलेक्स व्हार्फ और रिचर्ड केटलबोरो ने पंत से कहा कि वह अपने विकेटकीपिंग ग्लव्स पर लगे टेप को हटा दें। टेप स्पष्ट रूप से उनकी चौथी और पांचवीं उंगली पर लगा था जो एमसीसी कानूनों के अनुसार सही नहीं है।


दस्तानों के लिए तैयार किया गया कानून 27.2 इस प्रकार है,

27.2.1- यदि, 27.1 के तहत अनुमति के अनुसार, विकेटकीपर दस्ताने पहनता है, तो उन्हें तर्जनी और अंगूठे को जोड़ने के अलावा उंगलियों के बीच कोई टेप लगाने का अधिकार नहीं है। ,

कॉमेंट्रेटर ने क्या कहा
स्काई स्पोर्ट्स पर उस समय नासिर हुसैन और डेविड लॉयड कॉमेंट्री कर रहे थे। उन्होंने इस मामले पर और स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि मैच अधिकारियों ने उन्हें बताया है कि आखिर क्यों पंत को टेप हटाने के लिए कहा गया।

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने इस पर अपनी राय रखते हुए कहा कि 'बांधने को लेकर खेल में कई नियम हैं लेकिन हम जो तीसरे अंपायर, रिचर्ड इंलिंगवर्थ, से सुन रहे हैं कि पंत को इसकी इजाजत नहीं थी। वह अपने दस्तानों को ऐसे नहीं बांध सकते। तो पंत को टेप हटाने के लिए कहा गया।'

लॉयड ने तो यहां तक कहा कि अंपायर्स को मलान को बैटिंग करने के लिए फिर से बुलाना चाहिए। उन्होंने कहा कि चूंकि यह अवैध तरीके से किया गया आउट था। विकेटकीपर ने कैच लेते समय अवैध तरीके से अपने दस्तानों पर टेप बांध रखी थी और साथ ही मलान के आउट होने और तीसरे सेशन के शुरुआत से पहले जब पंत से टेप हटाने को कहा गया, इस बीच कोई गेंद नहीं फेंकी गई थी। देखने पर साफ हो रहा था कि ऋषभ पंत के दस्तानों पर टी टाइम से पहले टेप लगी हुई थी और उसके बाद नहीं लगी थी।

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