डेस्क: इस वर्ष टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन देखने को मिला। इस बार भारत ने कुल 5 स्वर्ण 8 रजत व 6 कांस्य पदक जीते। आठ रजत में से एक रजत पदक भारतीय आईएएस अधिकारी सुहास यतिराज ने भारत को दिलाया है। पैरालंपिक में केवल रजत ही नहीं बल्कि अन्य राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खेलों में भी उन्होंने भारत को स्वर्ण तक दिलाया है।


पैरालंपिक में रजत दिलाने वाले भारत के पहले IAS

टोक्यो पैरालंपिक में बैडमिंटन के खेल में भारत को रजत दिलाने वाले सुहास यतीराज ने इतिहास रच दिया है। दरअसल, वह ऐसे पहले आईएएस अधिकारी बन गए हैं जिन्होंने भारत को पैरालंपिक में मेडल दिलाया है। वर्तमान में वह नोएडा के गौतम बुद्ध नगर में डीएम के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले वह प्रयागराज के भी डीएम रह चुके हैं।

देश सेवा के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया देश का गौरव


डीएम सुहास यतीराज 2007 में यूपी कैडर से आईएएस अधिकारी बनने के बाद से ही लगातार देश सेवा में कार्यरत हैं। उन्हें बचपन से ही बैडमिंटन खेलना काफी पसंद था। अपनी ड्यूटी के खत्म होने के बाद अक्सर वह बैडमिंटन खेला करते थे। शौक के लिए खेलते खेलते कब उन्होंने प्रोफेशनल तरीके से खेलना शुरू कर दिया या उन्हें खुद भी नहीं पता चला।


2016 में हुई सफर की शुरुआत

साल 2016 से उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलना शुरू किया। 2016 में चीन के बीजिंग शहर में आयोजित प्रोफेशनल इंटरनेशनल बैडमिंटन चैंपियनशिप में जीत हासिल कर वह भारत के पहले आईएएस अधिकारी बन गए जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी खेल में जीत हासिल की हो। इसके अलावा भी 2018 में आयोजित राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप में गोल्ड जीतकर वह नेशनल चैंपियन बने। अपने खेल करियर में सुहास ने अब तक 6 गोल्ड और 1 सिल्वर मेडल जीता है।

आगरा में हुई थी पहली पोस्टिंग

यूपीएससी की परीक्षा पास कर IAS बनने के बाद उनकी पोस्टिंग सबसे पहले आगरा में हुई थी। यहां वह लगभग 1 साल कार्यरत रहे। इसके बाद वह ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के तौर पर 1 साल से अधिक समय के लिए आजमगढ़ में कार्यरत रहे। 4 महीनों के लिए उन्हें मथुरा का चीफ डेवलपमेंट ऑफिसर भी बनाया गया। इसके बाद लगातार वह महाराजगंज, हाथरस, सोनभद्र, जौनपुर, आजमगढ़, प्रयागराज और गौतम बुद्ध नगर के डीएम रहे।


जीत चुके हैं कई अवार्ड

डीएम सुहास यदि राज को 2016 में उत्तर प्रदेश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “यश भारती” से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा भी 3 दिसंबर 2016 को है लखनऊ में “बेस्ट पैरा स्पोर्ट्सपर्सन” का सम्मान दिया गया था। इसके अलावा 29 अगस्त 2017 को “राष्ट्रीय खेल दिवस” के दिन उत्तर प्रदेश सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रौशन करने के कारण उन्हें 10 लाख रुपए का नकद इनाम दिया था।

पत्नी भी है PCS अधिकारी

IAS अधिकारी सुभाष सिराज की पत्नी ऋतु सुहास भी एक PCS अधिकारी हैं। वर्तमान में उनकी पोस्टिंग गाजियाबाद में एडीएम के पद पर है। आगरा में काम के दौरान यह दोनों एक दूसरे से मिले थे। धीरे-धीरे इन में नजदीकियां बढ़ी और 2008 में दोनों ने शादी भी कर ली। आज सुबह से बिराज की 15 वर्ष की बेटी है जिसका नाम सानवी है और उनका एक 2 वर्ष का बेटा भी है उसका नाम विवान है। बता दें कि सुहास की पत्नी ऋतु 2019 में मिसेज इंडिया का खिताब भी जीत चुकी हैं।

कितनी है पैरालंपियन डीएम की कुल संपत्ति?

सूत्रों के अनुसार डीएम सुहास विराज की मासिक आय ₹50,000 से ₹75,000 हैं। बात करें उनकी कुल संपत्ति की तो उनकी कुल संपत्ति 40 लाख से अधिक की है। सैलरी के अलावा विभिन्न खेलों में जीतने के बाद इनाम के तौर पर मिलने वाली धनराशि से भी उनकी अच्छी आय होती है।

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