टिकट कलेक्टर से करोड़पति तक का सफर तय करने के बाद अब जाकर खुला है महेन्द्र सिंह धोनी का ये राज
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान रहे महेन्द्र सिंह धोनी अभी काफी समय से टीम इंडिया से दूर चल रहे है, लेकिन मौका कोई भी हो वो हमेशा, चर्चा में नज़र आ ही जाते है, वैसे एक और बात है जिसके वजह से वो चर्चे में रहते है वो है टिकट कलेक्टर से करोड़पति बनने तक का सफर उन्होने कैसे तय किया , जिसके बारे में आज जानेगे।
7 जुलाई 1981 के दीन महेन्द्र सिंह धोनी का जन्म बिहार के रांची जिल्हे में हुआ, धोनी को बचपन से ही क्रिकेट खेलने की दीवानगी थी. धोनी सचिन तेंदुलकर की तरह ऑल राउंडर बनना चाहते थे, इसलिए उन्होंने क्रिकेट की ट्रेनिंग लेनी शुरू कर दी ,लेकिन शुरुआती करियर में स्पोर्ट्स कोटे से नौकरी पाने के लिए धोनी को काफी भटकना पड़ा था, आखिरकार, मशक्कत के बाद 2001 में धोनी को खड़गपुर में रेलवे टिकट कलेक्टर की नौकरी मिली।
हालांकि वह अपने टैलेंट के दम पर इंडियन क्रिकेट टीम में सेलेक्ट हुए और वहीं से उनकी सफलता की कहानी बढ़ती गई, और आज वो इस मुकाम में पहुंच गए जहां तक आने के लिए लोगो को काफी मेहनत करनी होती है।