कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश में कृषि ऋण को छोड़ने के अपने चुनावी वादे को पूरा करते हुए मंगलवार को नरेंद्र मोदी सरकार को केंद्र में इसका अनुपालन करने के लिए चुनौती दी।
संसद परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए गांधी ने कहा कि सरकार ने अनिल अंबानी समेत देश के 15 शीर्ष उद्योगपतियों को दिए गए ऋणों पर नजर डाली है, लेकिन पिछले चार वर्षों में किसानों की दिक्कतों को कम करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया है।

"हमने पहले से ही कुछ घंटों में कृषि ऋण छूट पर काम किया है। मोदी पिछले चार सालों में ऐसा नहीं कर सके। हम सुनिश्चित करेंगे कि कृषि ऋण छूट दी जाएगी। गांधी ने कहा कि जब तक वह उन ऋणों को माफ नहीं करेंगे तब तक हम प्रधान मंत्री मोदी को शांति से सोने नहीं देंगे।

आरोप लगाते हुए कि अनिल अंबानी समेत 15 लोगों के लिए 3.5 लाख करोड़ रुपये छोड़ दिए गए थे, उन्होंने कहा कि गरीब लोग और छोटे दुकानदार एक तरफ थे और दूसरे तरफ उद्योगपति समूह थे। उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि कांग्रेस और अन्य सभी विपक्षी दल उनके साथ खड़े होंगे। दुनिया के सबसे बड़े घोटाले का प्रदर्शन करते हुए गांधी ने कहा कि सरकार ने जनता, दुकानदारों और किसानों से चोरी की है।

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