आखिर क्यों सालों से लाल बक्सा ही बना Budget का पिटारा, जानिए इसके पीछे का रहस्य
फरवरी महीने आते ही सबसे पहले दिमाग में बजट का ख्याल आता है और बजट की बात आते ही कई सारी चीजें दिमाग में चलने लगती हैं। बजट घोषणा वाले दिन देश के वित्त मंत्री पूरे शान से एक लाल सा बक्सा लेकर आते हैं और उसे उतने ही गर्व के साथ दिखाते हैं। लाल बक्से से आए वित्त मंत्री के लिए बजट पेश करने का दिन बड़े गर्व का दिन होता है। वैसे आपने कभी सोचा है कि आखिर वित्त मंत्री लाल बक्सा क्यों लेकर आता है।
बजट फ्रांसीसी भाषा के शब्द bougette से बना है, जिसका मतलब होता है एक छोटा बैग और इसे धन के आय और उसके व्यय की सूची भी कहते हैं। 159 से अधिक सालों से प्रचलन देखा जा रहा है कि बजट और सूटकेस का रिश्ता पुराना रहा है। कहा जाता है कि 1860 में ब्रिटेन के ‘चांसलर ऑफ दी एक्सचेकर चीफ’ विलियम एवर्ट ग्लैडस्टन फाइनेंशियल पेपर्स के बंडल को लेदर बैग में लेकर आए थे। तभी से ये परंपरा चल रही है।
बहुत जल्द लाल बक्से के साथ वित्त मंत्री बजट पेश करने वाले है। आइये जानते हैं, आजादी से अब तक किन नेताओं को मिला ये मौका और अब तक किस-किस ने संभाली वित्त मंत्रालय की कमान।
1947-49 आर के शनमुखम चेट्टी
1949-50 जॉन मथाई
1950-57 सी डी देशमुख
1958-63 मोरारजी देसाई
1963-65 टीटी कृष्णमचारी
1965-67 सचिंद्र चौधरी
1967-69 मोरारजी देसाई
1971-75 यशवंतराव चवन
1975-77 चिदंबरम सुब्रहमयम
1977-79 हरिभाई एम पटेल
1980-82 आर वेंकटरमण
1982-84 प्रणब मुखर्जी
1984-87 वी पी सिंह
1987-88 एन डी तिवारी
1987 राजील गांधी
1988-89 शंकरराव चव्हाण
1989-90 मधु दंडवते
1990-91 यशवंत सिंह
1991-96 मनमोहन सिंह
1997-98 पी चिदंबरम
1999-2001 यशवंत सिंह
2003-04 जसवंत सिंह
2005-08 पी चिदंबरम
2009-12 प्रणब मुखर्जी
2012-14 पी चिदंबरम
2014-18 अरुण जेटली