PM मोदी की हर नीति में गरीब का हित सबसे पहले क्यों होता है, इसके पीछे छिपा है ये गहरा रहस्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितम्बर 2020 को 70 साल के हो जायेंगे, प्रतिदिन 24 में से 18 घंटे काम करने वाले भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री के लिए देश सेवा ही सबकुछ है और दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के सबसे बड़े पद तक पहुँचने का उनका सफर हमारे लोकतंत्र की ताकत को दर्शाता है जहाँ सामान्य परिवार से जुड़ा व्यक्ति भी शीर्ष पद तक पहुँच सकता है।
शायद देश को मोदी के रूप में पहला ऐसा प्रधानमंत्री मिला जिसने गरीबी करीब से देखी है, जिसकी माँ दूसरों के घरों में काम करती थी, जिसने घर का खर्च चलाने के लिए रेलवे स्टेशन पर चाय बेची, जिसने हिमालय की चोटियों पर बरसों संन्यासी रूप में गुजारे, जिसने गुजरात को ऐसा चमकाया कि देश ही नहीं दुनिया ने इस चमक और इस चमक के पीछे दिन-रात की मेहनत को महसूस किया। यही वजह है कि PM मोदी की हर नीति में गरीब का हित सबसे पहले होता है।
प्रधानमंत्री मोदी के पास भले अन्य नेताओं की तरह खुद के आलीशान बंगले, बड़े-बड़े बैंक बैलेंस, चमचमाती कारें और महँगे साजो सामान न हों लेकिन उनके पास माँ जरूर हैं जिनका आशीर्वाद वह समय-समय पर जरूर लेते हैं और माँ का खास ख्याल भी रखते हैं।