यह घटना उन दिनों की है, जब इंदिरा गांधी के आपातकाल के बाद देश में पहली बार गैर कांग्रेसी सरकार बनी थी। मोरारजी देसाई देश के प्रधानमंत्री थे, इंदिरा गांधी को सत्ता से बेदखल करके देश की जनता अपना गुस्सा जाहिर कर चुकी थी।
अब आपातकाल के दिनों में जेल गए नेता इंदिरा गांधी को सबक सिखाना चाहते थे। इसी क्रम में इंदिरा गांधी को जेल भी भेज दिया गया। अब इंदिरा गांधी को जेल से छुड़ाने के लिए कांग्रेस के दो कार्यकर्ताओं ने इंडियन एयरलाइंस का विमान हाईजैक करके सनसनी फैला दी।

साल 1978, 20 दिसंबर को इंडियन एयरलाइन्स की फ्लाइट संख्या 410 कोलकाता से लखनऊ होते हुए दिल्ली आ रही थी। शाम करीब पौने पांच बजे इस विमान ने लखनऊ से उड़ान भरा था। जिसमें इंदिरा गांधी के शासन में मंत्री रह चुके एके. सेन और धरम बीर सिंघा सहित कुल 126 यात्री सवार थे। अभी विमान दिल्ली के आसमान में ही था तथा महज 15 मिनट में पालम एयरपोर्ट पर लैंड होने वाला था। इन्ही 15 मिनटों में दो युवक अपनी सीट से उठे और सीधे कॉकपिट की ओर बढ़ गए।

इन युवकों का नाम भोला नाथ पांडेय और देवेंद्र नाथ पांडेय था। बता दें कि दोनों ही युवक यू​थ कांग्रेस से जुड़े थे। विमान हाईजैक करने के पिछे इनका एकमात्र मकसद यह था कि कांग्रेस प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को तुरंत जेल से छोड़ दिया जाए।इसलिए ये दोनों युवक एयर होस्टेसों को चकमा देते हुए कॉकपिट में घुस गए और पायलट को अपने कब्जे में ले लिया। पायलट ने घोषणा किया कि हमारे विमान का अपहरण हो गया है और हम पटना की ओर जा रहे हैं। कुछ सेकेंड बाद ही एक और घोषणा हुई, जिसमें कहा गया कि अब हम पटना नहीं वाराणसी जाएंगे। बाद में पता चला कि उन दोनों युवकों के हाथ में टॉय गन थी, जिससे उन्होंने विमान का अपहरण किया था।

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