हमारे देशवासी आए दिन अखबारों में मनोहर पर्रिकर की तस्वीरें देखते हैं। इन तस्वीरों में वह बहुत कमजोर दिखते हैं। लोग एक चीज जो सबसे ज्यादा नोटिस करते हैं, वह है उनकी नाक में लगी नली। इस बारें में हम आपको कुछ जरूरी जानकारी देने जा रहे हैं।

बता दें कि गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर मोदी सरकार में रक्षा मंत्री भी रह चुके हैं। रक्षा मंत्री रहने के दौरान मनोहर पर्रिकर चुस्त-दुरूस्त दिखते थे। लेकिन जब से उनको बीमारी हुई, वह धीरे-धीरे कमजोर होने लगे। जी हां मीडिया खबरों के मुताबिक, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को पैंक्रियास कैंसर है। हांलाकि यह बीमारी अभी शुरूआती दौर में है।

सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टर रवि के अनुसार, मनोहर पर्रिकर के नाम में जो नली लगी है उसे राइल्स ट्यूब कहा जाता है। इस नली का इस्तेमाल खाने को शरीर के अंदर पहुंचाने के लिए किया जाता हैै। जब मरीज मुंह से खाना नहीं निगल सकता है, तभी उसे नली की जरूरत पड़ती है। इस नली के टिप में जैली लगी होती है। यह नली खाने को सीधे लीवर में पहुंचाने का काम करती है। इसके बाद पाचन क्रिया शुरू होती है और शरीर को पोषण मिलता है।

मनोहर पर्रिकर का इलाज
मनोहर पर्रिकर का इलाज कुछ दिनों तक अमेरिका में चला, अब दिल्ली के एम्स में चल रहा है। बता दें कि पैंक्रियास को हिंदी में अग्नाशय कहते हैं। अग्नाशय छोटी आंत का पहला हिस्सा होता है, जिसमें हॉमोन बनते हैं। इंसुलिन भी यही बनता है। अग्नाशय में गड़बड़ी होने पर ही डायबिटीज होती है। पैंक्रियास में खराबी की वजह से ही गैस की बीमारी और पैंक्रियाटाइटिस आदि हो सकते हैं। पैंक्रियाटाइटिस के लक्षण हैं- पेट में जोरों का दर्द, अग्नाशय में सूजन तथा कभी-कभी उल्टी भी।

गौरतलब है कि मनोहर पर्रिकर को एक बार फिर से गुरुवार शाम एम्स के कैंसर विभाग में भर्ती कर लिया गया। उनका इलाज ऑनकोलॉजिस्ट डॉक्टर अतुल शर्मा की निगरानी में किया जा रहा है। उम्मीद है कि पर्रिकर जल्द ही स्वस्थ्य हो जाएंगे।

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