25 अगस्त को, भारतीय सेना ने कश्मीर घाटी में आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया। जी हाँ और आज उस समय का एक वीडियो जारी किया गया है। इसमें आतंकी भारत में घुसपैठ की कोशिश करते नजर आ रहे हैं। आप सभी जानते ही हैं कि विशेष खुफिया जानकारी मिलने के बाद सेना ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस गैजेट्स से आतंकियों का पता लगाया और अलर्ट जवानों ने 3 आतंकियों को ढेर कर दिया।आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से लगातार आतंकियों की ओर से कोशिश की जा रही है, हालांकि सेना और पुलिस की मुस्तैदी से घुसपैठ को नाकाम किया जा रहा है।

सामने आ रही एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय सेना ने दो एके राइफल, एक चीनी एम-16 राइफल और अन्य गोला-बारूद सहित बड़ी संख्या में गोला-बारूद के साथ इलाके की तलाशी के बाद आतंकवादियों के शव बरामद किए हैं। उधर, श्रीनगर स्थित डिफेंस पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल अमरोन मौसवी का कहना है कि भारतीय सेना द्वारा मारे गए आतंकवादी पाकिस्तानी नागरिक थे। घुसपैठियों को पकड़ने के लिए 24 अगस्त की दोपहर को कई घात लगाकर हमला किया गया था। 25 अगस्त को सुबह 7 बजे संदिग्ध इलाके में सघन इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस के चलते आतंकियों का पता चला था।

इस मामले में लेफ्टिनेंट अमरोन ने कहा कि आतंकवादी लगातार बारिश और बादलों का सहारा लेकर भूमिगत घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे. 25 अगस्त को सुबह करीब 08.45 बजे एलओसी के भारतीय हिस्से में आतंकियों का पता चला था। इसके बाद भारी गोलीबारी हुई जिसमें आतंकवादी मारे गए। दोपहर 2 बजे इलाके की विस्तृत तलाशी पूरी की गई।

इस मामले में डिफेंस पीआरओ ने कहा कि भारतीय सेना के सफल ऑपरेशन ने न केवल तीन पाकिस्तानी आतंकवादियों का सफाया किया, बल्कि जम्मू-कश्मीर में शांति, समृद्धि और सामान्य स्थिति को बाधित करने के पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को भी नाकाम कर दिया। साथ ही, उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक निगरानी और खुफिया-आधारित अभियानों का उपयोग जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना के अभियानों का मुख्य आधार बना हुआ है।

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