महिला श्रमिकों को दी जाएगी उचित व्यवस्था, अब मोबाइल वैन द्वारा भी होगा पोषाहार का वितरण
लखनऊ: राज्य सरकार ने मनरेगा और अन्य परियोजनाओं में काम करने वाली महिला श्रमिकों को पोषण प्रदान करने का निर्णय लिया है। आंगनवाड़ी में काम करने वाली इन महिलाओं को कार्यस्थल पर हर संभव मदद मिलेगी। बाल विकास सेवा और पोषण विभाग ने 'आंगनवाड़ी मोबाइल वैन सेवा' शुरू करने का प्रस्ताव तैयार किया है।
तालाबंदी के दौरान बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिक राज्य लौट आए हैं। इसमें बड़ी संख्या में महिला मजदूर भी हैं। महिला मजदूरों ने आस-पास के क्षेत्रों में काम करना शुरू कर दिया। इनमें से कई महिलाएं कुपोषण से पीड़ित हैं। अधिकांश गर्भवती महिलाएं भी श्रम कर रही हैं। ऐसे स्तर पर, इन श्रमिकों को बाल विकास विभाग की रणनीतियों और आंगनवाड़ी केंद्रों की सेवा का लाभ नहीं मिल रहा है।
परिणामस्वरूप, सरकार ने कार्यस्थल पर व्यवस्था प्रदान करने का निर्णय लिया है। विशेष रूप से राज्य के 8 आकांक्षी शहरों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। इस प्रस्ताव को राज्य स्तरीय सेक्शन कमेटी, 5 वीं स्टेट कन्वर्जेंस कमेटी, पोषण अभियान की कार्यकारी समिति और राज्य पोषण मिशन ने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में मंजूरी दी थी। प्रस्ताव के अनुसार, सभी मोबाइल वैन आवश्यकता के अनुसार महिला श्रमिकों द्वारा संपर्क किए जाने के लिए मोबाइल फोन से लैस होंगे। साथ ही महिला कर्मियों को इस सहायता से काफी राहत मिलेगी।