भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की राजौरी व बारामुला में हुई रैलियां जम्मू कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य को बदल देंगी। शाह की रैलियों को लेकर लोगों का उत्साह जम्मू कश्मीर में बड़े राजनीतिक परिवर्तन का संकेत डे रहा है। संवाददाता सम्मेलन के दौरान रैना ने कहा कि रैलियों के जरिये लोगों में बेहतर बदलाव का संदेश गया। तीन दिवसीय दौरे के दौरान गृहमंत्री ने कई प्रतिनिधिमंडलों से भेंट कर भाजपा सरकार से उनकी उम्मीदों के बारे में भी जानकारी ली।

नेकां अध्यक्ष डा. फारूक अब्दुल्ला द्वारा जारी किए श्वेत पत्र पर रैना ने कहा कि उन्हें जवाब देना चाहिए कि प्रदेश में गुलाम जम्मू कश्मीर से आए लोगों, गोरखा, दलित, गद्दी सिप्पी समुदाय, वाल्मीकि, महिलाओं, गुज्जर-बक्करवालों, डोगरा व कश्मीरियों के साथ नाइंसाफी क्यों की गई। गृहमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को लोगों को आ रही मुश्किलों का तुरंत समाधान करने के निर्देश भी जारी कर दिए। इस संवाददाता सम्मेलन में कविंद्र गुप्ता, सुनील शर्मा, चरणजीत सिंह खालसा व अरविंद शर्मा भी मौजूद थे।


बारामूला के साथ इस रैली में हिस्सा लेने के लिए कुपवाड़ा व बांडीपोरा जिले से भी भारी संख्या में लोग पहुंचे थे। वहीं राजौरी की रैली में गृहमंत्री का सबका साथ सबका विकास का संदेश सुनने के लिए दोनों सीमावर्ती जिलों के हर कौने से लोग पहुंचे थे।रैना ने कश्मीर की रैली को एतिहासिक करार देते हुए कहा कि रैली स्थल के अंदर व बाहर लोगों की भीड़ रही। इसके साथ अपने घरों की छतों से भी बारामुला के लोगों ने गृहमंत्री का भाषण सुना।


बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह कश्मीर बारामुला की रैली में मंच पर लगाए गए बुलेटप्रुफ कांच को हटा कर जनता को संबोधित किया और लोगों के बीच भी पहुंचे। पहली बार किसी गृहमंत्री ने इस तरह जनता के बीच पहुंच कर दिल जीतने का प्रयास किया।

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