दोस्तों, आपको बता दें कि डीआरडीओ पनडुब्बी से छोड़े जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल बी-05 को विकसित करने का दावा कर चुकी है। इस बैलिस्टिक मिसाइल को पनडुब्बी में ​छुपाकर समुद्र के भीतर तैनात ​किया जा सकता है।

इसका रणनीतिक लाभ यह है कि यदि दुश्मन देश किसी जमीनी ठिकाने पर हमला करता है, उस परिस्थिति में इंडियन आर्मी पनडुब्बी पर तैनात बैलिस्टिक मिसाइल से दुश्मन पर परमाणु हमला करने का निर्देश दे सकती है।

आपको बता दें कि भारत ने के-15 या बी-05 नाम की बैलिस्टिक मिसाइल का विकास किया है। रक्षा सूत्रों के मुताबिक, इस बैलिस्टिक मिसाइल की मारक क्षमता तीन हजार किलोमीटर है।

गौरतलब है कि पाकिस्तान भी पनडुब्बी से छोड़े जाने वाली बैलिस्टिक मिसाइल बाबर को लॉन्च करने का दावा कर चुका है, जिसकी मारक क्षमता 450 किलोमीटर है। हांलाकि यह बात सभी जानते हैं कि पाक ने जिस बाबर मिसाइल को बनाने का दावा किया है, दरअसल उसे चीन ने सप्लाई किया है।

Related News