ये हैं भारतीय सेना की स्टैंड गन्स
इंटरनेट डेस्क। आज भारतीय सेना के पास एक से बढ़कर एक आधुनिक बंदूके है, जिनका नाम सुनते ही दुश्मन काँपन लगते है। आज हम आपको भारतीय सेना की स्टैंड गन्स के बारे में बताने जा रहे है। जो काफी आधुनिक बंदूके है -
1- आईएमआई गैलिल 7.62 स्नाइपर राइफल
ये राइफल इज़ारइल की है और यह स्टैंड गन है। इसमें 7.62×51 एमएम नाटो कारतूस और अलग किए जाने वाले बॉक्स में 20 राउंड गोलियां होती हैं। ये राइफल 25 से भी ज़्यादा देशों में इस्तेमाल हो रही हैं।
2- एनएसवी हैवी मशीनगन
यह गन सोवियत में डिज़ाइन की जाती है। ये मशीनगन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री तिरुचिल्लापली में बना है। ये एंटी एयरक्राफ्ट गन के तौर पर इस्तेमाल होता है। ये गन हवा में 1500 मीटर और जमीन पर 2000 मीटर तक निशाना साध सकती है।
3- माउजर एसपी66 स्नाइपर राइफल
ये राइफल बोल्ड-एक्शन जर्मनी में बनती है। यह सीविलियन मॉडल 66 सुपर मैच पर आधारित है, जो हंटिंग राइफल है। इसकी रेंज 800 मीटर है और स्पेशल फोर्स के साथ ही भारतीय सेना इसका उपयोग करती है।
4- विध्वंसक एंटी-मटेरियल राइफल
इस गन का इस्तेमाल दुश्मनों के बंकर, बख्तरबंद गाड़ियों, रडार सिस्टम, संचार के उपकरण, रखे हुए एयरक्राफ्ट और इंधन स्टोरेज की सुविधा को नष्ट करने के लिए की जाती है। इसकी रेंज 1800 मीटर है।