वित्त मंत्रालय की ओर से तय किया गया कि 1 जनवरी से कपड़े पर जीएसटी को 5% से बढ़ाकर 12 % कर दिया जाएगा लेकिन इससे व्यापार जगत में काफी खलबली मची हुई है उनका कहना है कि इससे उनकी व्यापार में कमी आएगी और विदेशी कपड़े ज्यादा बिकेंगे और टैक्स की चोरी भी बढ़ेगी।

कालबादेवी इलाके में जगह-जगह पर बैनर लगाकर केंद्र सरकार की ओर से लगाई गयी कपड़े पर अधिक जीएसटी हटाए जाने का विरोध कर रहे हैं कपड़े पर 5 फ़ीसदी जीएसटी लग रही है जिसे 1 जनवरी से बढ़ाकर 12 फ़ीसदी कर दिया जाएगा।

व्यापारियों का कहना है कि हमारा काम क्रेडिट का है 3 से 5 महीने का क्रेडिट देना होता है तभी सामान बिकता है ऐसे में 5 महीने का रोल और है वह कहां से लाएंगे बैंक पैसे देती है लेकिन ब्याज नहीं छोड़ती ज्यादा से ज्यादा समय दे देते हैं ब्याज नहीं छूटता व्यापारियों के साथ ग्राहक भी जीएसटी बढ़ाए जाने के फैसले से प्रभावित होगा और कपड़े पर बढ़ाई जा रही जीएसटी का सबसे ज्यादा असर ग्राहकों पर होगा क्योंकि उन्हें अब महंगी दर पर कपड़े खरीदने होंगे।

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