चीनी सेना के पीछे हटने के पीछे कोई रणनीति तो नहीं, इंडियन आर्मी को है आशंका
भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच तनाव को लेकर दो महीने से अधिक लंबे सीमा गतिरोध के बाद लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तीन तनातनी के बिंदुओं पर अपने सैनिकों के बीच कुछ दूरी बनाने की प्रक्रिया शुरू की है, 15 जून की झड़प की जगह गलवान घाटी (Galwan Valley) में पैट्रोलिंग प्वाइंट 14 में बनाए गए टेंट और अन्य अस्थायी संरचनाओं को हटाते हुए देखा गया है, भारतीय सैनिकों ने दो अन्य बिंदुओं- हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा में भी "पीएलए के वाहनों को पीछे की ओर गति" करते भी देखा है।
हालांकि, अधिकारियों को घटनाक्रम के बारे में पता है लेकिन एक सैन्य अधिकारी (Army Officer) कहते हैं, "अभी तक जश्न मनाने का कोई कारण नहीं है,एक अधिकारी ने कहा, "ये बेबी स्टेप (Baby Steps) हैं, चीन 1.5 किमी पीछे गया है और भारतीय सैनिक (Indian troops) भी थोड़ा पीछे हट गए हैं, लेकिन यह गतिविधियां उल्टी हो सकती हैं। वे वापस आ सकते हैं।
गलवान में खूनी संघर्ष के बाद जमीन पर दोनों सेनाओं के बीच विश्वास का स्तर कमजोर है,लेकिन सेना को स्पष्ट है कि यह उस विशेष दूरी को तब तक नहीं छोड़ेगी, जब तक कि पूरी तरह से पीएलए के गलवान या कहीं और हटने की बात का सत्यापन नहीं हो जाता है।