एयरस्ट्राइक में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराने के बाद अमेरिका युद्ध के मुहाने पर खडा है, ईरान ने बदले की कार्रवाई की है और दो अमेरिकी ठिकानों पर रॉकेट से हमला किया है। तो वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि ईरान में 52 ठिकाने उनके निशाने पर हैं जिन्हें वे बर्बाद कर सकते हैं।

इस परिस्थिति को देखते हुए माना जा रहा है कि ईरान अमेरिका से सीधी लड़ाई नहीं लड़ सकता है और ऐसी लड़ाई में उसे दुनिया के बाकी किसी देश का समर्थन मिलना कठिन है। इस बात की संभावना ज्यादा है कि अमेरिका के खिलाफ ईरान प्रॉक्सी वार की शुरु कर सकता है।

अमेरिका के पास एयरक्राफ्ट और हेलीकॉप्टरों की संख्या कुल 10170 है तो वहीं ईरान के पास मात्र 512 है। अगर सैनिक की बात करें तो अमेरिका के पास 12 लाख 81 हजार सैनिक हैं जबकि ईरान के पास सैनिकों की संख्या मात्र 5 लाख 23 हजार है। अमेरिका के पास टैंक और तोप कुल 48 हजार 422 है तो वहीं ईरान के पास 8 हजार 577 है। इस बात से यही पता चलता है कि US-ईरान में अमेरिका ज्यादा ताकतवर है।

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