ओमान के सुल्तान कबूस बिन सईद अल सैद का शनिवार को 79 साल की उम्र में का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। लेकिन एक सवाल वो आज भी छोड़ गए कि उनका उत्तराधिकारी कौन बनेगा।

ओमान पर उन्होंने करीब 50 वर्षों तक राज किया। उनके राज में ओमान ने जबरदस्त तरक्की की। उन्हें मॉडर्न ओमान बनाने का श्रेय भी जाता है। ओमान में काबूस बिन सईद के निधन पर शोक की लहर है.

वहां के लोग मौत पर शोक की लहर के बीच भी सस्पेंस में डूबे हैं। सस्पेंस की वजह है वो लिफाफा, जो काबूस बिन सईद अपने निधन से पहले छोड़कर गए हैं।

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क्या लिखा है सुल्तान ने उस लिफाफे में

सुल्तान काबूस बिन सईद की कोई संतान नहीं है क्योकिं उन्होंने कभी शादी नहीं की। जो लिफाफा सुल्तान छोड़ कर गए हैं उस लिफ़ाफ़े में उसका नाम है जो उनका उत्तराधिकारी होगा। यह लिफाफा केवल मृतक सुल्तान के पास ही रहता था, जिसमे उन्होंने वारिस का नाम नामित किया था।

उत्तराधिकारी का नाम लिफाफे में बंद

ये लिफाफा मस्कट के राजमहल में रखा हुआ है। बताया जाता है कि एक दूसरा लिफाफा भी है। उसे ओमान के दक्षिणी इलाके सलालाह के राजमहल में रखा गया है। उसमें भी सुल्तान ने अपने उत्तराधिकारी का नाम रख छोड़ा है।

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कैसे चुना जाएगा नया सुल्तान

सल्तनत के उत्तराधिकार के नियमों के अनुसार, रॉयल परिवार परिषद को अब एक नया सुल्तान चुनना होगा। यदि 50 पुरुष सदस्यों की परिषद एक उत्तराधिकारी पर सहमत होने में विफल रहती है, तो सुल्तान कबूस द्वारा छोड़ा गया लिफाफा खोला जाएगा।

जो भी स्वर्गीय सुल्तान का नाम उसके उत्तराधिकारी के रूप में लिया जाएगा, उसे नए उत्तराधिकारी के रूप में चुन लिया जाएगा।

लगभग पांच दशकों के लिए, सुल्तान कबूस ने ओमान के राजनीतिक जीवन पर पूरी तरह से हावी हो गए, जो 4.6 मिलियन लोगों का घर है, जिनमें से लगभग 43% प्रवासी हैं।


इस तरह किया मॉडर्न ओमान का निर्माण

29 वर्ष की आयु में, उन्होंने अपने पिता जो कि बहुत रूढ़िवादी शासक थे उन्हें हटा दिया। उनके पिता ने रेडियो सुनने या धूप का चश्मा पहनने सहित कई चीजों पर प्रतिबंध लगा दिया था, और ये भी फैसला करते थे कि कौन शादी कर सकता है, शिक्षित हो सकता है या देश छोड़ सकता है। सुल्तान कबूस ने तुरंत घोषणा की कि वह एक आधुनिक सरकार स्थापित करने और देश को विकसित करने के लिए तेल के पैसे का उपयोग करने का इरादा रखते हैं, जहां उस समय केवल 10 किमी (छह मील) पक्की सड़कें और तीन स्कूल थे। उसके बाद से ओमान की डेवलपमेन्ट होने लगी और ओमान एक शक्तिशाली देश बन गया।

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