भगवान राम की इस मूर्ति के आगे फेल हो जाएगी स्टेच्यू ऑफ यूनिटी, पढ़ें यह रोचक खबर
दोस्तों, आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव 2019 अब नजदीक आ चुका है। इसी बीच अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर निर्माण की सियासत गरमाई हुई है। इसके लिए 25 नवंबर को अयोध्या में आयोजित धर्म सभा के दौरान उमड़े जनसैलाब को देखकर यही कहा जा सकता है, कि लोकसभा चुनाव 2019 में हिंदुत्व का मुद्दा एक बार फिर से हावी रहेगा। बता दें कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या में सरयू नदी के किनारे राम की कांसे से निर्मित दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति बनवाने की घोषणा कर चुके हैं।
योगी आदित्यनाथ की इस घोषणा के बाद वर्तमान में दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा होने का गौरव प्राप्त कर चुकी सरदार पटेल की स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की चर्चा एक बार फिर से सुर्खियों में है। बता दें कि अयोध्या में बनने वाली भगवान राम की प्रतिमा सरदार पटेल की उस 182 मीटर लंबाई वाली मूर्ति से भी ऊंची होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 अक्टूबर 2018 को देश के नाम स्टेच्यू ऑफ यूनिटी को समर्पित किया था। अगर हम यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की घोषणा की बात करें तो अयोध्या में बनाई जाने वाली राम मूर्ति की कुल ऊंचाई 221 मीटर होगी। इस प्रकार भगवान राम की यह मूर्ति सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची तथा मुंबई में बनने जा रही छत्रपति शिवाजी की 212 मीटर ऊंची स्टेच्यू को भी बड़ी आसानी से मात देगी।
इस स्टोरी में हम आपको अयोध्या में प्रस्तावित राम मूर्ति परियोजना से जुड़ी कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं।
- प्रस्तावित योजना के मुताबिक, भगवान राम की मूर्ति की ऊंचाई 221 मीटर होगी।
- राम की मूर्ति तो सिर्फ 151 मीटर ऊंची होगी, लेकिन इसके ऊपर 20 मीटर का एक छत्र तथा आधार 50 मीटर का होगा।
- राम मूर्ति के नीच एक अत्याधुनिक म्यूजियम भी बनाया जाएगा। जहां अयोध्या का इतिहास, इक्ष्वाकु वंश का इतिहास तथा भगवान विष्णु के सभी अवतारों की जानकारी दी जाएगी।
- राम मूर्ति के सामने एक रामलीला मैदान, राम कुटिया तथा एक विश्राम घर का निर्माण किया जाएगा।
- शनिवार रात योगी आदित्यनाथ की सरकार ने राम की मूर्ति के प्रस्तावित मॉडल की फोटो जारी कर दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वीकृत मॉडल पर अपनी रज़ामंदी दे दी है।
- राम मूर्ति को डिजाइन करने वाले का नाम राम वी. सुतार है। इन्होंने ही गुजरात में सरदार पटेल की प्रतिमा तैयार की थी।
- प्रस्तावित राम मूर्ति के लिए अभी तक ना ही जमीन निर्धारित की जा सकी है और ना ही किसी बजट की घोषणा की गई है।
गौरतलब है कि सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा के निर्माण में कुल 3,000 करोड़ रूपए खर्च किए गए थे। जहां सरदार पटेल की प्रतिमा लोहे की बनी है, वहीं राम की मूर्ति कांसे की होगी।