भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका में इस समय बेहद गंभीर स्थिति बनी हुई है वहां पर एक इकनोमिक क्राइसिस से शुरू हुई बाद अब पूरे देश में एक बहुत बड़ा आंदोलन का रूप ले चुकी है जिसके चलते लगातार श्रीलंका से विचलित कर देने वाली खबरें और संकट की तस्वीरें सामने आ रही है।

लगातार खबरें आ रही थी कि श्रीलंका में सरकार को बर्खास्त किया जाना है और उससे पहले प्रधानमंत्री एवं राष्ट्रपति दीपा देंगे और इन सब के बीच खबर आई है कि श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने भारत के सहारे श्रीलंका छोड़ दिया है और वहां पर अब इमरजेंसी का ऐलान कर दिया गया है।

सुबह 11:00 बजे आ रही मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार बताया जा रहा था कि राजपक्षे ने भारत की मदद से मालदीव जाने का निर्णय लिया है लेकिन दिन होते होते खबरें सामने आई कि मालदीव ने राजपक्षे को एंट्री देने से मना कर दिया है और वहां पर उन्हें एंट्री नहीं मिल रही है।

बताया जा रहा है कि मंगलवार की रात को ही राष्ट्रपति अपनी पत्नी और अपने परिवार के साथ मालदीव के लिए निकल गए थे और वहां पर पहुंच गए थे। लेकिन इसके बाद से एक समस्या श्रीलंका के सामने आ चुकी है। पर हालांकि श्रीलंका के लोग यही चाहते थे कि राष्ट्रपति देश छोड़कर चले जाएं लेकिन ऐसा करने से पहले उन्होंने अपने पद से इस्तीफा नहीं दिया है। जिसके चलते अब सरकार को बर्खास्त करना और नई सरकार के चुनने के प्रोसेस में अटकलें पैदा हो सकती हैं।

श्रीलंका में पिछले करीब 4 महीनों से स्थिरता देखने को मिल रही है लगातार प्रदर्शनकारी सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और पिछले 2 दिनों से प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति के घर में घुसकर तोड़फोड़ कर चुके हैं और उसे एक पिकनिक स्पॉट बना चुके हैं।



इन सबके बीच खबर आ रही थी कि श्रीलंका की सरकार को बर्खास्त कर वहां पर एक बार फिर नई सरकार बनाने की प्रक्रिया को शुरू किया जाएगा जिसके बाद ही किसी तरह के बदलाव की उम्मीद वादे की जा रही थी। लेकिन राष्ट्रपति का बिना इस्तीफा दिए देश छोड़कर चले जाना कई सवालों को खड़ा करता है और नई सरकार के बनने के राह में एक बहुत बड़ा रोड़ा अटका देता है।

Related News