इंटरनेट डेस्क। इंडियन आर्मी के जांबाज स्नाइपर्स बहुत खतरनाक तरीके से अपने दुश्मनों का खात्मा कर देते हैं। इसलिए इन्हें भारतीय सेना का भूत भी कहा जाता है। सेना के ये जांबाज सैनिक दुश्मनों को अपनी उपस्थिति का पता तक नहीं चलने नहीं देते हैं, और पलक झपते ही उन्हें अपना शिकार बना लेते हैं। आज हम आपको इंडियन आर्मी स्नाइपर्स से जुड़ी कुछ खास बातें बताएंगे।

-26/11 के मुंबई हमले के दौरान इंडियन आर्मी के इन स्नाइपर्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इन्होंने फायर ब्रिगेड की आधुनिक सीढ़ियों के सहारे आतंकियों का खात्मा किया था।

- एनएसजी कमांडो में भी कई खतरनाक स्नाइपर्स होते हैं।

- इन स्नाइपर्स की सबसे बड़ी खासियत होती है इनका सटीक निशाना। यह स्नाइपर्स एक ही बार के निशाने में अपने दुश्मनों को ढेर कर देते हैं।

- स्नाइपर्स दुश्मनों को अपनी मौजूदगी का अहसास तक नहीं होते हैं। इसके लिए इन्हें खास ट्रेनिंग दी जाती है।

- स्थानीय वातावरण में खुद को ढाल लेने की कला इन स्नाइपर्स को बखूबी आती है।

- दुश्मनों को अपना शिकार बनाते वक्त सांस तक नहीं लेते हैं। इनमें हवा की गति इनके लिए विशेष भूमिका निभाती है।

- बर्फीली जगह या फिर जंगल और रेगिस्तान ये स्नाइपर्स खुद वैसा ही नकली लिबास पहन लेते हैं।

- स्नाइपर्स अपने दुश्मनों से छिपने के लिए घासफूस, छाल तथा पेड़ के पत्ते तक पहन लेते हैं।

— लक्ष्य चाहे कितनी भी दूर क्यों ना हो, स्नाइपर्स इन पर सटीक निशाना साधते हैं।

- रात के समय सटीक निशाना बनाने के लिए इनके हथियारों में नाइट विज़न डिवाइसेस लगे होते हैं।

- लंबी दूरी पर बैठे दुश्मन को अपना शिकार बनाने के लिए ये स्नाइपर्स टेलिस्कोप की मदद लेते हैं।

-विषम परिस्थितियों में भी काफी देर तक इन्हें एक पोजिशन में बैठे रहना पड़ता है।

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