आज के समय में जहाँ सरकार महिलाओं और पुरषो में समानता की बड़ी बड़ी बाते करती है वही आज देश के कई इलाको में लड़कियों के लिए तुगलकी फरमान ज़ारी कर उनकी स्वतंत्रता और समानता को छीना जा रहा है। हाल ही में मीडिया में ब्राह्मण बीजेपी विधायक की बेटी साक्षी और दलित युवक अजितेश की शादी के बाद मीडिया ने जिस तरह से इस पुरे मुद्दे को दिखाया है उसके बाद देश के सभी कोने में एक इंटर कास्ट शादी को लेकर मुद्दा और गरमा गया है।

अब इस मुद्दे के बाद ही गुजरात के बनासकांठा से हैरान करने वाली खबर सामने आई है। भारतीय जनता पार्टी दांतीवाड़ा में ठाकोर समुदाय द्वारा एक नया नियम बनाया गया है जिसमें अविवाहित लड़कियों के मोबाइल फोन रखने पर प्रतिबंध लगाया है। रविवार को जलोल गांव में हुई समुदाय की मीटिंग में कुछ फैसले लिए गए जिन्हें गांव के लोगों द्वारा संविधान की तरह ही उनके फैसले को मानने को कहा गया है। नए नियमों के मुताबिक अविवाहित लड़कियों को फोन नहीं दिया जाएगा और अगर कोई लड़की इस नियम को तोड़ती है तो इसे अपराध माना जाएगा। सजा के तौर पर लड़की के पिता से 1.50 लाख रुपए लिए जाएंगे।

मीटिंग के दौरान गांव की सभी लड़कियों को मोबाइल फ़ोन ना रखने और किसी दूसरी जाति के लड़के के साथ बातचीत करने से भी मना किया गया है इसके साथ ही सभी लड़कियों को इसकी शपत भी दिलवाई गई है। अगर उन्होंने मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल किया और किसी दूसरी जाति के लड़के से बातचीत भी करी तो इसका खामियाज़ा सीधे तौर पर उनके माता पिता को भुगतना होगा।

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