इंटरनेट डेस्क। वरिष्ठ विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने भाजपा का साथ छोड़ दिया है। तिवाड़ी ने सोमवार को पार्टी से त्याग पत्र दे दिया। उन्होंने कहा कि वह प्रदेश और देश में अघोषित आपातकाल की लड़ाई लड़ेंगे। तिवाड़ी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, अघोषित आपातकाल वास्तविक आपातकाल से ज्यादा खतरनाक है।

मैंने दोनों ही दौर देखे हैं और मैं इसके खिलाफ लड़ने के लिये पार्टी से अपना त्यागपत्र दे रहा हूं। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के लिये तिवाड़ी के पुत्र अखिलेश तिवाड़ी ने हाल ही में 'भारत वाहिनी पार्टी' का गठन किया है।

आपको बता दें कि 25 जून 1975 को कांग्रेस ने आपातकाल की घोषणा की थी। सोमवार को भाजपा 25 जून 1975 में कांग्रेस द्वारा घोषित आपातकाल के विरोध में युवाओं में जागरूकता पैदा करने के लिये 'काला दिवस' मनाया। उन्होंने कहा कि आज आपातकाल लगाना संभव नहीं है, लेकिन यह बताना जरूरी है कि देश पिछले चार सालों से अघोषित आपातकाल के दौर से गुजर रहा है।

इस्तीफ़ा देते हुए कहा उन्होंने पार्टी और मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर कई गंभीर आरोप लगाए है। उन्होंने राजे सरकार को भ्रष्ट सरकार बताया है। तिवाड़ी ने कहा है कि उन्होंने देश और प्रदेश की वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए अपना त्यागपत्र पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को दिया है और उन्हें उम्मीद है कि उनके सुझावों को लागू करने से पार्टी और देश को फायदा होगा।

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