शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को राहुल गांधी द्वारा वीर सावरकर पर दिए बयान पर आपत्ति जताई। राहुल गाँधी ने कहा था, 'वीर सावरकर को 2-3 साल की जेल हुई थी। उन्होंने दया याचिकाएं लिखना शुरू कर दिया।' उन्होंने कहा कि इस मुद्दे से महाविकास अघाड़ी गठबंधन में दरार आ सकती है।

वीर सावरकर पर ऐसा आरोप महाराष्ट्र-शिवसेना को मंजूर नहीं
संजय राऊत ने कहा, 'वीर सावरकर पर ऐसा आरोप न तो महाराष्ट्र को और न ही शिवसेना को मंजूर है। महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता भी इसका समर्थन नहीं करेंगे। यह मुद्दा सामने लाने की जरूरत नहीं थी। इससे महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंसप में भी दरार आ सकती है।'


उद्धव ठाकरे ने भी जताई आपत्ति
इस मामले पर गुरुवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व शिवसेना के एक गुट के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि उनकी पार्टी वीर सावरकर का बहुत सम्‍मान करती है। राहुल गांधी की वीर सावरकर को लेकर की गई टिप्‍पणी को वे स्‍वीकार नहीं करेंगे। साथ ही उन्होंने सावरकर को भारत रत्‍न नहीं दिए जाने को लेकर सवाल भी किया।


राहुल ने किया दावा- अलग नाम से सावरकर ने लिखी थी किताब
पूर्व कांग्रेस अध्‍यक्ष ने दावा किया था कि सावरकर ने अपने बारे में एक अलग नाम से किताब लिखी थी और कहा था कि वह कितने बहादुर थे। राहुल गांधी ने यह भी कहा, 'वह अंग्रेजों से पेंशन लिया करते थे, उनके लिए कार्य करते थे और कांग्रेस के खिलाफ भी काम करते थे।'

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