बीजेपी में ओबीसी नेताओं को सम्मान मिला है. ओबीसी मोर्चा के नेता इस संदेश को अपने समुदाय में फैलाएं ,शाह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि अब समय नहीं बचा है क्योंकि 2024 के चुनाव दूर नहीं हैं,2024 के चुनाव से पहले राज्य स्तरीय बैठकों में मोर्चा के सदस्यों की एक बंद दरवाजे की बैठक में शाह ने उनको चौपाल लगाने का काम सौंपा है,देश भर में लगभग 80 प्रतिशत जिला स्तरीय मोर्चा टीमों का गठन किया गया है. आपको सभाओं और चौपालों को लगाने के लिए पार्टी की राष्ट्रीय प्रणाली का पालन करने की जरूरत है. छोटी-बड़ी बैठकें आयोजित करें, लोगों के बीच जाएं और उन्हें बताएं कि पार्टी में उनका कितना सम्मान है. अगले आम चुनाव के लिए हमारे पास ज्यादा समय नहीं बचा है

शाह ने कहा कि समय के साथ पार्टी के ओबीसी वोट शेयर में वृद्धि हुई है और समुदाय में पार्टी की मजबूती के लिए मोर्चा कार्यकर्ताओं को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है, मारवाड़ इलाके में लगभग 60 प्रतिशत ओबीसी आबादी है, ओबीसी सिर्फ राजस्थान में ही नहीं बल्कि पूरे देश में है. राजस्थान में 50 प्रतिशत से अधिक ओबीसी हैं. हमें उनके बीच काम करने की जरूरत है ताकि हमें उस 50 प्रतिशत में से कम से कम 70% वोट बीजेपी को मिले।

ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को संसदीय बोर्ड में लिया गया है. शाह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि 2024 में हमारे पास 300 से अधिक सीटों का लक्ष्य है और आपका योगदान इसे पूरा करेगा।

एक सूत्र के अनुसार शाह ने कार्यकर्ताओं से कहा कि ‘मैंने ही अपने कार्यकाल के दौरान प्रस्ताव रखा था कि इसे किसान मोर्चा की तरह एक मोर्चा बनाया जाए. शाह ने अपने पार्टी अध्यक्ष के दिनों को याद किया जब ओबीसी प्रकोष्ठ को एक पूर्ण मोर्चा बनाने के लिए भंग कर दिया गया था। राजस्थान के मारवाड़ इलाके में आयोजित बैठक में शाह ने पार्टी कैडर से कहा कि मोदी सरकार के पास ओबीसी, एससी और एसटी समुदायों के लिए एक नजरिया है।

शाह ने कहा कि मोदी सरकार में किसी भी अन्य सरकार की तुलना में अधिक ओबीसी मंत्री हैं, हमने के. लक्ष्मण जैसे ओबीसी समुदाय के नेताओं को महत्वपूर्ण पद और जगह दिया है।

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