देश ही नहीं दुनिया तक में फेमस हो चूका अर्द्धकुंभ, दो बड़े रिकॉर्ड दर्ज
देश में लगने वाला सबसे बड़ा अर्ध महाकुंभ का मेला मकर संक्रांति के साथ 15 जनवरी से शुरू हो गया था। 49 दिन तक चलने वाले इस महा अर्धकुंभ में 1 करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान किया है। अर्द्धकुंभ अपने अंतिम छोरों पर है ये महाशिवरात्रि ,4 मार्च के दिन समापन हो जाएगा। इलाहबाद के प्रयागराज में चल रहें अर्द्धकुंभ में एक नहीं कई चीजे आकर्षण का केंद्र हुई है। अपने अंतिम दिनों में अर्द्धकुंभ देश ही नहीं बल्कि पुरे दुनियां में फेमस हो चूका है। अब हाल ही में गुरूवार को एक साथ 510 बसों का एक ही रूट पर संचालन करके अर्द्धकुंभ ने विश्व रिकॉर्ड बना लिया है।
मेले में गुरुवार को सबसे लंबी बस परेड का आयोजन रखा गया था। जिसमे 3.2 किमी लंबी 503 बसों की परेड पूरी की गयी थी। इससे पहले ये रिकॉर्ड अबु धाबी के सबसे लंबी बस परेड का रिकॉर्ड बनाया था। इसे अब अर्द्धकुंभ ने 3.2 किमी लंबी 503 बसों की परेड पूरी करते हुए ये रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आपको बता दे कि इससे पहले भीअर्द्ध महाकुंभ ने 1 फरवरी को 8 घंटे तक लगातार हस्तलिपि चित्रकारी करके एक और रिकॉर्ड को तोड़ दिया था।
इसमें मेला क्षेत्र के करीब सेक्टर1 में हजारों की संख्या में 8 घंटे तक लगातार छात्र-छात्राएं और आम नागरिकों ने मिलकर पेंटिंग वॉल पर अपने हाथों के रंग-बिरंगे छाप उकेरे थे। उन्होंने अपने हाथों कि छपाई करके 'जय गंगे' थीम की सूंदर पेंटिंग बनायी थी। इस में स्कूलों के विद्यार्थी सहित संस्थाओं के वालिंयटर्स भी शामिल हुए। आपको बता दे कि इसके पहले सियोल, साउथ कोरिया में 4675 लोगों के एक वाल पर पेंटिंग करने का रिकॉर्ड बनाया था। जिसे इन विद्यार्थियों ने तोड़ा है।
इस महा कुंभ को शुरू होने से पहले दिसंबर में पूरे प्रयागराज में जगह - जगह पेंटिंग्स बनायी थी। शहर की दीवारों, पुलों और ऊंची इमारतों पर तरह - तरह की पेंटिंग्स उकेरे गए थे। इसे ‘पेंट माई सिटी’ अभियान नाम दिया गया था। इसी अभियान को जारी रखने के लिए यह पेंटिंग तैयार की गयी है।