सबरीमाला मंदिर पिछले कुछ समय से चर्चा में है। त्रावणकोर देवास्वोम बोर्ड 15 नवंबर से शुरू होने वाले मंडला तीर्थयात्रा सीजन के दौरान अपने श्रद्धालुओं के लिए अनिवार्य एंटीजन परीक्षणों पर विचार कर रहा है। योजना के अनुसार, नकारात्मक परीक्षण करने वालों को ही सन्निधनम में आने की अनुमति होगी। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

राज्य में वर्तमान COVID - 19 स्थितियों के मद्देनजर, स्वास्थ्य विभाग ने Sannidhanam, Nilakkal और Pamba में चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाने का निर्णय लिया है। सरकार तीर्थयात्रियों के लिए आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं स्थापित करने के लिए क्षेत्र में अमृत अस्पताल संभालने की तैयारी कर रही है। देवास्वोम बोर्ड आश्वस्त करना चाहता है कि एक समय में केवल 50 लोगों को ही संनिधानम में अनुमति दी जाती है। राज्य पुलिस की आभासी कतार प्रणाली के माध्यम से रास्ता बदल जाएगा।

इससे पहले बोर्ड ने उन तीर्थयात्रियों को अनुमति देने की योजना बनाई थी जो COVID नकारात्मक प्रमाण पत्र का उत्पादन करते हैं, जो कि तीर्थयात्रा से कुछ दिन पहले प्राप्त किया जाना है। चूँकि सबरीमाला में अपने-अपने स्थानों से यात्रा में तीन से चार दिन लग सकते थे, इसलिए तीर्थयात्रियों को संक्रमण के दौरान संक्रमित होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। इसके अलावा, यहां के अधिकारियों के लिए अन्य राज्यों में तीर्थयात्रियों को जारी किए गए सभी कोविद नकारात्मक प्रमाणपत्रों की प्रामाणिकता को प्रमाणित करना मुश्किल होगा। बोर्ड का मानना ​​है कि इन परिस्थितियों में अनिवार्य एंटीजन परीक्षण अधिक प्रभावी होंगे।

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