इंटरनेट डेस्क। अमेरिका के विदेश ​मंत्री माइक पॉम्पियो ने 31 जुलाई को एक इंटरव्यू में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष को आगाह कर चुके हैं कि वह किसी भी कीमत पर पाकिस्तान की नई सरकार को राहत पैकेज नहीं दे। मीडिया खबरों के अनुसार, इमरान खान की अगुवाई में बनने वाली पाकिस्तान की नई सरकार अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से 12 अरब डॉलर का कर्ज लेना चा​हती है।

अमेरिकी विदेश मंत्री पॉम्पियो ने एक प्रश्न के जवाब में कहा कि इस समय पाकिस्तान की नई सरकार को एक बड़े वित्तीय फंड की जरूरत है। उन्होंने कि पाकिस्तान विश्वबैंक, चीन और आईएमएफ से पहले ही बड़ा कर्ज ले चुका है।

आईएमएफ ने बयान दिया है कि उसे पाकिस्तान की तरफ से अभी तक कर्ज संबंधी कोई आग्रह नहीं मिला है। बता दें कि पाकिस्तान को अगले कुछ महीने में तीन अरब डॉलर की आवश्यकता है। पाकिस्तान अपने मित्र देश चीन से पहले ही 5 बिलियन डॉलर का कर्ज प्राप्त कर चुका है। देश की बैंकिंग इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर प्रोजेक्‍ट्स को चलाने के लिए पाकिस्तान की नई सरकार को एक बिलियन डॉलर कर्ज लेना पड़ेगा।

प्रतिष्ठित समाचार पत्र द टाइम्स के अनुसार, इमरान खान प्रधानमंत्री पद ग्रहण करने के बाद देश की सरकार चलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से दुनिया के सबसे बड़े बेलआउट पैकेज की मांग करने का प्लान बना रहे हैं। बताया जा रहा है कि पाक की नई सरकार करीब 825 अरब रुपए का बेलआउट पैकेज की डिमांड कर सकती है।

बिजनेस वर्ल्ड विश्लेषकों का मानना है कि आईएमएफ यह बड़ा बेल आउट पैकेज पाकिस्तान को दे सकता है। अगर ऐसा हुआ तो पाकिस्तान केवल 5 साल में ही दूसरी बार बेलआउट पैकेज की मांग करने जा रही है। गौरतलब है कि साल 2013 में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने पाकिस्तान को 6.7 बिलियन डॉलर का कर्ज दिया था।

Related News