लोकसभा चुनाव-2014 के बाद से राजस्थान में बीजेपी के हार का सिलसिला बकरार है। दोस्तों, आपको बता दें कि 2014 से 2018 के बीच हुए 6 विधानसभा उपचुनावों में 4 सीटों पर कांग्रेस ने जीत हासिल की। जबकि साल-2013 में राजस्थान में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान इन्हीं 6 सीटों में से 5 पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। जबकि एक सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने अपना खाता खोला था। विधानसभा चुनाव-2013 में राजस्थान भाजपा को शानदार कामयाबी मिली थी।

दोस्तों आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव-2014 से ठीक 5 महीने बाद हुए उपचुनाव में नासिराबाद से कांग्रेस के रामनारायण, वैर से कांग्रेस के भजन लाल जाटव और सूरजगढ़ से कांग्रेस के श्रवण कुमार ने बीजेपी प्रत्याशियों को करारी शिकस्त दी थी। केवल कोटा दक्षिण से भाजपा को कामयाबी मिल पाई थी। यहां भी कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशी के बीच जीत का अंतर मात्र 386 वोट का था।

जबकि अप्रैल 2017 में धौलपुर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी उम्मीदवार शोभा रानी कुशवाहा जीत हासिल कर बसपा प्रत्याशी बीएल कुशवाहा को हराया था। इस सीट से साल 2013 में बसपा ने जीत हासिल की थी। वहीं जनवरी 2018 में मांडलगढ़ उपचुनाव में कांग्रेस के विवेक धाकड़ ने भाजपा प्रत्याशी शक्ति सिंह हाड़ा को 12976 मतों से हराया था। इस प्रकार अब तक 6 विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनावों में कांग्रेस 4 सीटों पर कब्जा जमाने में कामयाबी रही है।

गौरतलब है कि 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में राज्य की कुल 200 विधानसभा सीटों में 163 सीटों पर जीत हासिल कर बीजेपी ने इतिहास रच दिया था। इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव 2014 में भी 25 में से 24 सीटें जीतने में भाजपा कामयाब रही। लेकिन लोकसभा चुनाव जीतने के बाद से ही इस सूबे में भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ रहा है।

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