महाराष्ट्र में इस समय सियासी उठापटक अपने चरम पर है। वहां पर सियासत इस समय सिर्फ राज्य की सरकार को लेकर नहीं है बल्कि राज्य की एक पार्टी को लेकर भी सियासी हलचल पूरे जोर-शोर पर दिखाई दे रही है।

बता दें कि इस समय उत्तर ठाकरे की पार्टी को लेकर प्रदेश में बहुत मुश्किलों का सामना और अलग-अलग सियासी उथल-पुथल चल रही है। क्योंकि मौजूदा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शिव सेना को अपनी पार्टी बना कर उद्धव ठाकरे एवं ठाकरे परिवार को शिवसेना से दूर करने की कोशिश कर रहे हैं।

आपको बता दें कि एकनाथ शिंदे हैं भारतीय जनता पार्टी का समर्थन लेते हुए सत्ता पर काबिज हो चुके हैं और अब यह लड़ाई चुनाव आयोग के पास जा चुकी है जहां पर वह खुद को असली शिवसेना बता रहे हैं और शिवसेना की सारी कमान उद्धव ठाकरे से छीन कर अपने हाथ में लेना चाहते हैं।

इन सब के बीच अब उद्धव ठाकरे बड़े परेशान नजर आ रहे हैं और उन्होंने कहा है कि यह लड़ाई अब चुनाव आयोग के पास भी पहुंच चुकी है, वो दावा कर रहे हैं कि वो असली शिवसेना है। हमे सिर्फ जोश नहीं बल्कि पक्के समर्थन और पंजीकरण की जरूरत है। बिना किसी का नाम लिए ठाकरे ने कहा कि अगर जरूरत पड़े तो मैं 40 बागी विधायकों का पार्टी में विलय करने के लिए तैयार हूं।

इसके अलावा दूसरी और भारतीय जनता पार्टी के कई नेता भी लगातार इस सियासी उथल-पुथल में बयानबाजी करते हुए नजर आ रहे हैं। हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए पार्टी के कई नेता राजी नहीं हुए थे।

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