भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में एक बड़ी घटना सामने आई है बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी से कई बड़े नेताओं को बाहर किया गया है और उनकी जगह अब नए नेताओं को लाया गया है।

जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा राष्ट्रीय कार्यकारिणी में पुनर्गठित किया गया है जिसमें वरुण गांधी एवं उनकी मां मेनका गांधी के साथ-साथ सुब्रमण्यम स्वामी और चौधरी बीरेंद्र सिंह को जगह नहीं मिली है।

वहीं इसके अलावा आपको बता दें कि अब इनकी जगह नए चेहरे सामने आए हैं नव नियुक्ति में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ज्योतिरादित्य सिंधिया जो हाल ही में भारतीय जनता पार्टी में कांग्रेस पार्टी छोड़कर शामिल हुए थे।

वहीं इसके अलावा हाल ही में वरुण गांधी ने लखीमपुर में हुई हिंसा पर अपना एक और ट्वीट किया था जिसे लेकर अब माना जा रहा है कि उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह नहीं मिली है । आपको बता दें कि लखीमपुर में हुई हिंसा में एक मंत्री के बेटे पर आरोप लग रहे हैं।

बीजेपी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी को पुनर्गठित किया है जिसमें वरुण गांधी, मेनका गांधी, सुब्रमण्यम स्वामी और चौधरी बीरेंद्र सिंह को जगह नहीं मिली है। वहीं, नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और ज्योतिरादित्य सिंधिया को नई टीम में जगह दी गई है। गौरतलब है, वरुण को लखीमपुर खीरी हिंसा पर उनके ट्वीट्स के बीच राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर किया गया है।

वहीं से लेकर अब अलग-अलग प्रतिक्रिया राजनीतिक पंडितों एवं अलग-अलग हल्को द्वारा सामने आ रही है। हालांकि अभी तक बता दें कि इसे लेकर किसी भी तरह से कोई आधिकारिक टिप्पणी वरुण गांधी और मेनका गांधी के सामने नहीं आई है।

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