लोकसभा संसद में मॉनसून सत्र शुरू होने वाला है और उससे पहले सचिवालय द्वारा हाल ही में एक नई असंसदीय शब्दों की सूची को जारी किया गया था। जिसे लेकर विवाद थमा भी नहीं था उसी से पहले अब एक और नहीं है डिवाइस जरी जारी की गई है जिसके तहत अब सदन के भीतर किसी भी तरह का पर्चा बुकलेट या तख्ती आदि लाना या बांटने पर सख्त मनाही का आदेश जारी कर दिया गया है।

शिवालय द्वारा जारी किए गए आदेश एवं एडवाइजरी में बताया गया है कि कोई भी साहित्य सामग्री प्रश्नावली पंपलेट प्रेस नोट लीफलेट या प्रिंटेड सामग्री बिना स्पीकर की पूर्व अनुमति के बिना सदन के भीतर नहीं लागत सकती और ना ही पाटीदार सकती है इस तरह की सभी शक्तियों पर संसद परिसर के अंदर आना वर्जित कर दिया गया है।

इन सब एडवाइजरी का एक समय पर आना और जब संसद के भीतर प्रदर्शन और धरने की अनुमति नहीं दिए जाने की एडवाइजरी का आ जाना विपक्ष के लिए एक बड़ा धक्का है। इसके अलावा अब विपक्ष से लेकर लगातार सरकार पर सवाल कर रहा है। आपको बता दें कि हाल ही में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने भी संसद ने धरना प्रदर्शन करने की अनुमति न देने के आदेश पर कहा कि यह अलोकतांत्रिक है।

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