नरेंद्र मोदी ने आज स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए करीब 80 मिनट लंबा भाषण दिया। अपने इस 80 मिनट लंबे भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में सहयोग के लिए इस बार टेलीप्रॉन्पटर का सहारा नहीं लिया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण के लिए टेलीप्रॉन्पटर की बजाय कागज के नोटों का इस्तेमाल किया।

इस मामले को लेकर मीडिया में आई जानकारी के अनुसार बताया गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब 42 मिनट लंबा अपना भाषण दिया और इससे 80 मिनट से भी ज्यादा चलने वाले लंबे भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने सभी मुख्य पॉइंट को याद रखने के लिए और मुख्य बिंदुओं पर भाषण देने के लिए उन्होंने इस बार के भाषण में एक कागज में लिखे नोट का सहारा लिया है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने 76वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कागज के नोटों का इस्तेमाल किया, न कि टेलीप्रॉम्प्टर का। उनका भाषण लगभग 82 मिनट तक चला और इसने लाल किले से उनके नौवें संबोधन को चिह्नित किया। अन्य बातों के अलावा, पीएम मोदी ने अपने भाषण में अगले 25 वर्षों के लिए भारत के लिए एक विकास रणनीति रखी।

हालांकि आपको बता दें कि अपने 80 मिनट से भी ज्यादा लंबे भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सिर्फ देश की बात नहीं बल्कि राजनीति की बात की गई और हाल ही में हुए बिहार में राजनीतिक करण और राजनीतिक उथल-पुथल को लेकर भी उन्होंने निशाना साधा। हालांकि उन्होंने किसी भी नेता एवं पार्टी का नाम अपने भाषण में नहीं लिया।

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