इंटरनेट डेस्क। मध्यप्रदेश की रीवां जिला निवासी अवनि चतुर्वेदी बचपन के दिनों से ही पढ़ने में कुशाग्र बुद्धि की थीं। अवनि के भाई इंडियन आर्मी में कैप्टेन हैं, जबकि इनके मामा सेवानिवृत्त कर्नल।

जानकारी के लिए बता दें कि अवनि ने जामनगर एयरफोर्स स्टेशन से अकेले ही लड़ाकू विमान मिग-21 उड़ाकर एक गौरवशाली इतिहास रच दिया। राजस्थान के वनस्थली से शिक्षा ग्रहण करने वाली अवनि चतुर्वेदी ने हैदराबाद तथा कर्नाटक वायुसेना अकादमी से फाइटर प्लेन उड़ाने की ट्रेनिंग पूरी की। लड़ाकू विमान मिग-21 के बाद अब अवनि चतुर्वेदी सुखोई तथा तेजस जैसे विमानों को उड़ाने का प्रशिक्षण लेंगी।

अवनि साल 2016 में बतौर फ्लाइंग ऑफिसर इंडियन एयरफोर्स में चुनी गईं। लड़ाकू विमान उड़ाने के प्रशिक्षण के दौरान अवनि चतुर्वेदी के साथ मोहना सिंह और भावना कंठ भी साथी पायलट बनी रहीं। अमेरिका, पाकिस्तान, ब्रिटेन और इजरायल की वायुसेना में लेडी पायलट फाइटर विमानों को उड़ा रही हैं।

अवनि की इस कामयाबी के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा था कि सदियों पहले हमारे धर्मशास्त्रों में यह कहा चुका है कि एक बेटी 10 बेटों के बराबर होती है। चाहे वैदिक काल की विदुषी महिलाएं गार्गी, मैत्रेयी और लोपामुद्रा हों अथवा मध्यकाल की मीराबाई और अक्का महादेवी का भक्तिज्ञान और अहिल्याबाई होल्कर और रानी लक्ष्मी की वीरता हमेशा देश की नारियों को प्ररेणा देती रही हैं। अवनि की इस कामयाबी से पीएम मोदी का सीना भी गर्व से चौड़ा हो उठा।

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