भारत के बुनियादी ढांचे के परिदृश्य के लिए एक महत्वपूर्ण विकास में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को देश में आर्थिक क्षेत्रों के लिए मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी के लिए 'पीएम गति शक्ति - राष्ट्रीय मास्टर प्लान' लॉन्च किया। यह योजना प्रधान मंत्री मोदी की 'आत्मनिर्भर भारत' (आत्मनिर्भर भारत) की दृष्टि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और महत्वाकांक्षी रूप से 1.5 ट्रिलियन डॉलर की राष्ट्रीय अवसंरचना पाइपलाइन के तहत परियोजनाओं को अधिक शक्ति और गति देने और 5 अमरीकी डालर प्राप्त करने के लक्ष्य को बढ़ावा देने का लक्ष्य है। -ट्रिलियन अर्थव्यवस्था, विशेष रूप से कोविड -19 महामारी के हालिया आर्थिक प्रभावों के मद्देनजर।

गतिशक्‍त – मल्‍टी-मोडल कनेक्टिविटी लोगों, वस्तुओं और सेवाओं के परिवहन के एक मोड से दूसरे मोड में आवाजाही के लिए एकीकृत और निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। यह बुनियादी ढांचे की अंतिम मील कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेगा और लोगों के लिए यात्रा के समय को भी कम करेगा।
इसमें भारतमाला, सागरमाला, अंतर्देशीय जलमार्ग, शुष्क/भूमि बंदरगाहों और उड़ान जैसे कई मंत्रालयों और राज्य सरकारों की बुनियादी ढांचा योजनाएं शामिल होंगी। टेक्सटाइल क्लस्टर्स, फार्मास्युटिकल क्लस्टर्स, डिफेंस कॉरिडोर, इलेक्ट्रॉनिक पार्क, इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, फिशिंग क्लस्टर्स, एग्री ज़ोन जैसे आर्थिक क्षेत्रों को कनेक्टिविटी में सुधार लाने और भारतीय व्यवसायों को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए कवर किया जाएगा।

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