इंदौर: पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इंदौर में मौजूद शहरी गीले कचरे से बायो-सीएनजी बनाने के लिए एशिया के सबसे बड़े गोबर-धन प्लांट का उद्घाटन किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने इंदौर शहर और इसके निवासियों की तारीफ की. उन्होंने कहा कि आज मन में इंदौर का नाम आते ही स्वच्छता का ख्याल आता है, नागरिक कर्तव्य का ख्याल आता है. उन्होंने कहा कि इंदौर के लोग जितने अच्छे हैं, उन्होंने इंदौर को भी उतना ही अच्छा बनाया है.

वही प्रोजेक्ट हेड नितेश त्रिपाठी ने कहा, "जैविक कचरे को गहरे बंकर में लोड करें। फिर वहां से क्रेन द्वारा ग्रैब को उठाकर प्रीट्रीटमेंट एरिया में मिलाया जाता है। घोल में बदल दिया जाता है। घोल को डाइजेस्टर में डाइजेस्ट करता है, इससे बायोगैस बनता है। बायोगैस को भंडारण क्षेत्र में ले जाया जाता है, जिसमें 55-60 मीथेन होता है, फिर इसे गैस की सफाई और उन्नयन के लिए लिया जाता है।"



आपको बता दें कि 15 एकड़ में फैले इस प्लांट को 150 करोड़ की लागत से बनाया गया है। इस परियोजना के माध्यम से प्रतिदिन 400 बसें और 1000 से अधिक ट्रेनें चलाने की योजना है। इस प्लांट से न सिर्फ पर्यावरण को फायदा होगा बल्कि आमदनी भी होगी। यह प्लांट पीपीपी मॉडल पर बनाया गया है, जिससे इंदौर नगर निगम को सालाना 2.5 करोड़ रुपये की आय होगी।

Related News