पॉलिटिकल डेस्क। 'कोई दिवाना कहता है, कोई पागल समझता है। वर्तमान दौर के सबसे महंगे हिंदी कवियों में से एक हैं कुमार विश्वास। विश्वास को हिन्दी जगत में उनके दिलकश कविताओं के लिए जाना जाता है। हालांकि उन्होंने कई बेहतरीन कविताएं लिखी हैं और उनका पाठ भी किया हैं।

'कोई दिवाना कहता है, कोई पागल समझता है, कुमार की इस कविता की युवाओं की जबरदस्त डिमांड रहती हैं। दुनिया भर के कवी सम्मेलनों में शिरकत करने वाले कुमार की प्रेम कहानी भी उनकी कविताओं की तरह लाजबाब हैं। चलिए आपको बताते हैं उनकी प्रेम कहानी के बारे में।

राजनीति में प्रवेश कर चुके कवि कुमार की शादी डॉ मंजु शर्मा से हुई थी। कुमार की तरह उनकी पत्नी मंजु भी हिन्दी की लेक्चरर हैं। दोनों की ही 2 बेटियां हैं। कुमार और मंजू दोनों को कॉलेज के समय से जानते हैं। अपनी मोहब्बत मंजू को पाने के लिए कुमार ने श्रगांर रस का पूरा इस्तेमाल किया था।

पोस्ट ग्रेजुएशन पूरी होने के बाद दोनों ने शादी कर ली थी। कुमार जब राजनीति में आये तो एक बार उनकी शादीशुदा जिंदगी टूटने की कगार पर आ गई थी। सदरसल हुआ ये कि, मंजु ने कुमार को एक पार्टी कार्यकर्त्ता के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया था। जिसके कारण कुमार की काफी किरकिरी हुई थी।

कुमार विश्वास अगस्त 2011 के दौरान जनलोकपाल आन्दोलन के लिए गठित टीम अन्ना के एक सक्रिय सदस्य रहे हैं। वे 26 नवंबर 2012 को गठित आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। डॉ. कुमार विश्वास अमेठी से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा, परन्तु हार गया।

कुमार विश्वास एक ऐसे छवि वाले कवि रह रहे हैं जिनने राजनीति को युगधर्म के अलावा कुछ नहीं समझा। कई राजनीतिक पार्टियां अपने स्वयं के खेतों में लाना चाहते हैं पर वो अड़िग रह रहे हैं।

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