उत्तर कोरिया कभी अपने परमाणु हथियारों के प्रदर्शन के लिए सुर्खियां बटोरता नजर आता है तो कभी तानाशाही व्यवस्था के लिए। उत्तर कोरिया में किम जोंग उन का शासन है, वे अपने अलग नियमों के लिए जाना जाता है। अगर कोई दक्षिण कोरियाई टीवी देखता है तो भी उसे मौत की सजा दे दी जाती है। वहां के नियम बड़े ही अजीब है। इसके अलावा कोई चोरी छुपे बॉर्डर पार करने की कोशिश करता है तो उसे गोली मार दी जाती है।

जो लोग उत्तर कोरिया के नियमों से नाखुश हैं और जिन्हे यहाँ की व्यवस्था पसंद नहीं आती है वो दूसरे देशों की ओर रुख करने की कोशिश करते हैं लेकिन यह बेहद जोखिम भरा होता है। इस से जुडी अब तक कई खबरें सामने आ चुकी है। अभी दिसंबर में भी एक रिपोर्ट में कहा गया कि सीमा से 0.6 मील के भीतर मिलने वाले किसी भी व्यक्ति को तत्काल गोली मारने के आदेश दिया गया है।

बीते साल जून में समाचार एजेंसी एएफपी ने दक्षिण कोरिया की एक रिपोर्ट के आधार पर इस बात का खुलासा किया था कि 2015 से लेकर अब तक यहां 600 से अधिक लोग देश छोड़ चुके हैं। एनजीओ ने यहां 300 से अधिक ऐसे जगहों के बारे में बताया जहाँ लोगों को मौत की सजा दी जाती है। इनमें नदी, मैदान, बाजार, स्‍कूल और खेल के मैदान से लेकर अन्‍य जगहें शामिल हैं।

जो लोग ऐसा करने की कोशिश करते हैं उन्हें मृत्यु दंड दिया जाता है और उनके घर वालों को जबरन ये सब देखने के लिए बाध्य किया जाता है। जिन लोगों को मौत की सजा दी गई, उनके अपराधों में सीमा पार करने का जोखिम मोल लेने से लेकर दक्षिण कोरियाई टीवी देखना तक शामिल था।

उत्‍तर कोरिया में ऐसी खबरों पर प्रतिक्रिया भी नहीं देता। ऐसे में कई बार सच क्‍या है, इसकी तस्‍दीक पूरी तरह नहीं हो पाती है। इस मामले में उत्‍तर कोरिया की लोकप्रिय गायिका ह्योन सोंग-उल का जिक्र किया जा सकता है, जिनकी हत्‍या की बात 2013 में सामने आई थी, लेकिन 2018 के शीतकालीन ओलंपिक के दौरान उन्‍हें देखा गया।

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