इंडियन आर्मी के एस-400 की तुलना में कितनी देर तक टिक पाएगा पाकिस्तान का एचक्यू-9
दोस्तों, पाकिस्तान हर पल भारत को युद्ध में हराने के मंसूबे पालता रहता है। भारत के साथ अब तक 5 लड़ाईयां हार चुका है। हकीकत यह है कि पाक कभी भी भारत की बराबरी नहीं सकता है। इसके पीछे केवल सैन्य अथवा सामरिक ताकत ही नहीं बल्कि आर्थिक, भौगोलिक कारण भी हैं।
दोस्तों आपको बता दें कि पाकिस्तान की सेना में चीन से मिले एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम एचक्यू-9 शामिल है। खबरों के अनुसार, यह डिफेन्स सिस्टम लम्बी दूरी से ही छोड़ी गयी मिसाइल, क्रूज मिसाइल, बैलिस्टिक मिसाइलों तथा विमानों को मार गिराने में सक्षम है |
बैलिस्टिक मिसाइल को नष्ट करने के लिए एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम एचक्यू-9 में मिड कोर्स इंटरसेप्टर का इस्तेमाल किया जाता है। एचक्यू-9 को ट्रक में लादकर दूसरी जगह ले जाया सकता है।
बता दें कि इसी साल अक्टूबर के महीने में रूसी राष्ट्रपति ब्लादीमिर पुतिन के भारत दौरे के वक्त भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने S-400 एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम सौदे पर हस्ताक्षर किए। इस डील के साथ भारत दुनिया का तीसरा देश बन चुका है, जिसके पास यह खतरनाक मिसाइल सिस्टम है। इससे पहले चीन और तुर्की भी एस-400 की डील कर चुके हैं।
दोस्तों पाकिस्तानी सेना में शामिल मिसाइल सिस्टम एचक्यू-9 के मुकाबले एस-400 की खासियत जानकर आपको अपने देश पर गर्व होगा।
- मिसाइल सिस्टम एस-400 रूस निर्मित है। यह सिस्टम लंबी दूरी तक जमीन से हवा में मार करने में पूरी तरह सक्षम है।
- एस-400 को अमेरिका के थाड (टर्मिनल हाई ऑल्टिट्यूड एरिया डिफेंस) सिस्टम से बेहतर माना जाता है।
- मिसाइल सिस्टम एस-400 एक साथ तीन दिशाओं में मिसाइल दाग सकता है।
- यह मिसाइल सिस्टम 400 किमी के रेंज में एक साथ कई लड़ाकू विमान, बैलिस्टिक व क्रूज मिसाइल और ड्रोन पर हमला कर सकता है।
- एस-400 ट्रायम्फ मिसाइल एक साथ 100 हवाई खतरों को भांप सकता है। यह डिफेंस सिस्टम अमेरिका निर्मित एफ-35 जैसे 6 लड़ाकू विमानों को एक साथ निशाना बनाने में सक्षम है।
अब आप आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं कि युद्ध होने पर पाकिस्तानी सेना में शामिल एचक्यू-9 एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम एस-400 के सामने कितनी देर तक ठहर पाएगा।
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