निर्भया केस में चारों दोषियों को 1 फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी देने का डेथ वॉरंट जारी हो चुका है। इसके बावजूद चारों गुनहगार अक्षय ठाकुर, मुकेश सिंह, विनय शर्मा और पवन गुप्ता मान रहे हैं कि 1 फरवरी फांसी नहीं होगी। चारों में से किसी ने भी तिहाड़ जेल प्रशासन को यह नहीं बताया है कि फांसी से पहले वह किस परिजन से और कब मिलना चाहते हैं।

जेल प्रशासन ने अपने पत्र में लिखा कि दोषियों को 1 फरवरी की सुबह 6 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा,इससे पहले परिवार अंतिम मुलाकात कर सकता है। जेल प्रशासन के इस पत्र के बाद से किसी भी रिश्तेदार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है।

यह भी नहीं बताया कि वह कोई वसीयत करना चाहते हैं या नहीं। डीजी जेल संदीप गोयल ने बताया कि पत्र सौंपने के एक हफ्ते बाद भी दोषियों ने कोई जवाब नहीं दिया है।

अधिकारी ने बताया कि फिलहाल चारों दोषियों को सप्ताह में दो बार परिवार से मिलने की अनुमति दी जाती है. हालांकि अभी अंतिम मुलाकात की तारीख तय नहीं हुई है क्योंकि उन्होंने अब तक जवाब नहीं दिया है।

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