वर्ष 2020 का हल तो हर किसी को पता है ककोरोना की वजह से पूरा दुनियां परेशान रहा लेकिन बात करे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तो कोरोना को एक चुनौती की तरह स्वीकार कर उसका डटकर सामना किया एवं वे अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों की तुलना स्वयं को अग्रणी पंक्ति में रखने में बहुत हद तक सफल हुए। क्या वर्ष 2021 में भी उनके लिए यह चुनौती बरकरार रहेगी? क्या उनकी लोकप्रियता पिछले वर्षों की तरह ही अक्षुण्ण रहेगी?

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जन्म पत्रिका वृश्चिक लग्न की है। मोदी की राशि भी वृश्चिक है। नरेन्द्र मोदी की जन्म पत्रिका में लग्नेश मंगल केंद्र में स्वराशिस्थ होकर 'रुचक' नामक पंचमहापुरुष राजयोग बना है। मंगल के स्वराशिस्थ होने के कारण उनमें ओज व शौर्य की अधिकता है। जनता का कारक होकर चतुर्थेश शनि दशम भाव में स्थित है एवं शनि की पूर्ण दृष्टि अपने ही भाव पर होने से नरेन्द्र मोदी को जनता का अपार प्यार प्राप्त हो रहा है।

वर्ष 2021 में नरेन्द्र मोदी 'नीचभंग' राजयोगकारक ग्रह चंद्र की महादशा के प्रभाव में रहेंगे। यह दशा 30 नवंबर 2021 तक प्रभावशील रहेगी। उसके बाद मोदी पर लग्नेश मंगल की महादशा का आगमन होगा, जो वर्ष 2028 तक प्रभावशील रहेगी।

नरेन्द्र मोदी की कुंडली में मंगल लग्नेश होने के साथ-साथ स्वराशिस्थ भी है, जो ज्योतिष के सुप्रसिद्ध पंचमहापुरुष राजयोगों में से एक 'रुचक' नामक राजयोग का निर्माण कर रहा है। राजयोगकारक दशाओं के चलते आने वाला वर्ष प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए आशातीत सफलतादायक रहेगा। उनकी लोकप्रियता पिछले वर्षों की तरह ही अक्षुण्ण रहेगी। वे सत्ता के केंद्र बने रहेंगे। वर्ष 2021 में भी वे अपने विरोधियों को परास्त करने में पूर्णरूपेण सफल होंगे। निष्कर्षत: वर्ष 2021 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए सफलतादायक सिद्ध होगा।

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