देश भर में बढ़ते कोरोना संक्रमणों के बीच, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में ऑक्सीजन सांद्रता मशीन एक ठहराव में आ गई है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को आरोप लगाया कि 'महाराष्ट्र सरकार इसे रोकने के लिए मध्य प्रदेश में ऑक्सीजन केंद्रित मशीन बनाने वाली कंपनियों पर दबाव डाल रही है। दरअसल, मुख्यमंत्री कोरोना शनिवार शाम को एक समीक्षा बैठक कर रहे थे।

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इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी उन्हें कोरोना काल में बेड की उपलब्धता, ऑक्सीजन की आपूर्ति और रीमेडिसिव इंजेक्शन की प्रस्तुति दे रहे थे। इस दौरान मुख्यमंत्री अधिकारियों को दिशा-निर्देश भी दे रहे थॆ। बैठक के दौरान, जब ऑक्सीजन का मुद्दा सामने आया, तो शिवराज ने कहा कि 'महाराष्ट्र सरकार मध्य प्रदेश पर ध्यान केंद्रित करने वालों को रोकने के लिए दबाव डाल रही है। मध्य प्रदेश ने पहले संकेंद्रक के लिए आदेश दिए थे। अब महाराष्ट्र सरकार विनिर्माण कंपनियों पर दबाव बना रही है कि वे मध्य प्रदेश से पहले महाराष्ट्र को आपूर्ति करने के लिए न भेजें।

' मुख्यमंत्री ने बताया कि 2 हजार ऑक्सीजन कंस्ट्रक्टर मशीनों की पहली खेप मध्य प्रदेश में आ चुकी है और दूसरी खेप में 650 मशीनें आएंगी। इसके अलावा, जिला स्तर पर, कलेक्टरों ने लगभग 1300 मशीनें खरीदी हैं। ' आपको बता दें कि ऑक्सीजन कॉन्सेंट्रेटर मशीन एक विद्युत संचालित उपकरण है जो गंभीर कोरोना से पीड़ित रोगियों को ऑक्सीजन प्रदान करता है। ताकि उनके शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम न हो। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर इन दिनों यह मशीन काफी मांग में है।

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