मोदी सरकार की बड़ी सौगात, किसानों को हर साल मिलेंगे 6 हजार रुपए
बता दें कि इन दिनों अरुण जेटली अमेरिका में अपनी बीमारी का इलाज करवा रहे हैं। इसलिए वित्त मंत्री अरुण जेटली की ग़ैर मौजूदगी में मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे पीयूष गोयल मोदी सरकार का आख़िरी बजट पेश कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव से पहले चार वित्तीय महीनों का बजट पेश किए जाने की परंपरा रही है। बता दें कि इस अंतरिम बजट में मोदी सरकार ने देश के किसानों को एक बड़ा तोहफा दिया है। बजट सत्र 2019 के मुताबिक, दो हेक्टेयर तक या उससे कम खेत वाले किसानों के खाते में 6 हजार रुपए सालाना दिए जाएंगे।
इससे देश के 12 हजार किसानों को लाभ पहुंचेगा। एक दिसंबर 2018 से ही इस योजना को लागू माना जाएगा। इस प्रकार जल्द ही सूची बनाकर किसानों के खाते में पहली किस्त भेजी जाएगी। यह सालाना राशि तीन बराबर किस्तों में दी जाएगी।
इसके लिए सरकार पर 75 हज़ार करोड़ का सालाना खर्च बढ़ेगा। जानकारी के लिए बता दें कि किसानों की आय दोगुनी करने के लिए 22 फसलों का न्यूनतम सर्मथन मूल्य बढ़ाया गया है।
बजट सत्र के दौरान मोदी सरकार ने जो उपलब्धियां गिनाईं वह इस प्रकार है।
- 2014 से हमारी सरकार ने दो तिहाई एम्स शुरू किया। 22वें एम्स का निर्माण हरियाणा में होने जा रहा है।
- 10 लाख लोगों का इलाज आयुष्मान भारत योजना के तहत किया गया।
- मोदी सरकार ने एक करोड़ 53 लाख घर बनाए हैं, साथ ही 143 करोड़ एलईडी बल्ब बांटे गए।
- पांच सालों में विदेशी निवेश में बढ़ोतरी हुई है।
- स्वच्छ भारत अभियान से 98 फ़ीसदी गांव स्वच्छ हुए हैं।
- ग्राम संपर्क योजना पर 19 हज़ार करोड़ खर्च किया गया है।
- मोदी सरकार ने महंगाई घटाई है। पिछली सरकारों की तुलना में सबसे कम महंगाई दर रही है।
- आर्थिक सुधार के बाद से औसत जीडीपी विकास बेहतरीन रहा है।
- बैंक ऑफ इंडिया, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और बैंक ऑफ महाराष्ट्र से पीसीए की रेस्ट्रिक्शन हटा दी गई हैं। यानि इन बैंकों के कर्ज़ बांटने पर लगे प्रतिबंध हट गए हैं।