इंटरनेट डेस्क: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवारों के कई नाम जारी कर दिए है भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी की गांधीनगर लोकसभा सीट से अमित शाह को उतारकर एक तीर से दो शिकार करने वाला निर्णय लिया है। ऐसे मे भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का नाम लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची में नहीं होने से उनकी चुनावी राजनीति समाप्त होने के कयास भी लगाए जा रहे है । खबरों की माने तो भाजपा ने गांधीनगर सीट से अपने अध्यक्ष अमित शाह को उतारा है। अब तक की बात की जाए तो यह सीट आडवाणी के पास थी। पार्टी सूत्रों की माने तो भाजपा की प्रदेश इकाई ने मांग की थी कि या तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को या शाह को इस बार राज्य से लोकसभा चुनाव लडऩा चाहिए। प्रदेश के कई भाजपा नेताओं ने यह भी मांग की थी अमित शाह गांधीनगर से इस बार चुनाव लड़ें। ये जानकारी देते हुए पार्टी पर्यवेक्षक निमाबेन आचार्य ने बताया था कि भाजपा ने 16 मार्च को पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की राय जानने के लिए गांधीनगर में पर्यवेक्षकों को भेजा था और इनमें से अधिकतर ने शाह का पक्ष लिया था ऐसे में इस बार आडवाणी की जगह शा का नाम जारी किया गया है।


वैसे आपकों बतादें की इस लोकसभा सीट पर आडवाणी बीते गत दशक से प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। पार्टी सूत्रों की अनुसार अगर बात की जाए तो अमित शाह को गांधीनगर भेजकर भाजपा ने लालकृष्ण आडवाणी की सीट पर उन्हें हटाकर कोई कमजोर उम्मीदवार देने की जगह अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेजा है। वैसे अगर बात की आडवाणी की जाए उनका मन चुनाव लडऩे का था, किन्तु भाजपा ने काफी मशक्कत के बाद उन्हें हटने के लिए मना लिया। इससे इस बार भी गांधीनगर लोकसभा सीट पर बड़े नेता के प्रतिनिधित्व करने का इतिहास बरकरार रहने वाला है।

गुजरात भाजपा के एक नेता ने कहा है कि वर्ष 2017 के चुनावों में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन किया था। पार्टी के नेताओं को अब लगने लग रहा था कि राज्य की सभी 26 लोकसभा सीटों को जीतना कड़ी चुनौती साबित हो सकती है। किन्तु, अमित शाह के उतरने से कार्यकर्ता में एक बार फिर से जोश देखा जा रहा है वैसे शा अपने शुरुआती दिनों में इसी लोकसभा सीट पर प्रबंधन का कार्य देख चुके है।


Related News