जानिए गुजरात चुनावो में किसको मिलेगा अल्पसंख्यक समुदाय का वोट, कई सेक्युलर पार्टियां है मैदान में
कांग्रेस को गुजरात में मुस्लिम वोटों का दावेदार माना जा रहा था। लेकिन इस बार बड़ी और पुरानी पार्टी को हैदराबाद की आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलीमीन (AIMIM), अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (AAP) और कुछ अन्य पार्टियां मैदान में टक्कर दे रहीं हैं। 2017 के चुनावों में केवल तीन मुस्लिम MLAs की जीत हुई थी और ये तीनों ही कांग्रेस के थे। 2012 में केवल दो MLAs थे।
भाजपा नहीं देती मुस्लिम उम्मीदवारों को टिकट
राज्य की कुल जनसंख्या 6.5 करोड़ है जिसमें से करीब 11 फीसद मुस्लिम हैं और इनकी मौजूदगी 25 विधानसभा सीटों पर है। दो दशक से अधिक समय से BJP गुजरात में शासन कर रही है। लेकिन मुस्लिम मतदाताओं के लिए यह वांछित विकल्प के तौर पर नहीं देखा जा रहा है। साल 2017 में कांग्रेस पार्टी ने 6 मुस्लिम उम्मीदवारों को राज्य में टिकट दिया था।
ओवैसी खूब गए हैं गुजरात
AIMIM प्रमुख और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने हाल के दिनों में खूब गुजरात दौरा किया ताकि मुस्लिम वोटों को अपनी ओर खींच सके। उनकी पार्टी ने कहा था कि यह 30 सीटों के लिए चुनाव लड़ेगी और पहले ही 6 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है।
मुस्लिम वोटों को रिझाने के लिए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जगदीश ठाकुर ने साल 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान को दोहराया। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश के संसाधनों पर पहला दावा अल्पंसख्यकों का होना चाहिए।